दरभंगा स्नातक विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्र के लिए आगामी होने वाले चुनाव को लेकर स्नातक मतदाताओं के बीच कई प्रत्याशी घूम- घूम कर अपनी दावेदारी पेश कर अपने-अपने पक्ष में मतदाताओं को गोलबंद करने में अभी से ही जुट गए हैं ।दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से हालांकि अभी किसी पार्टी के द्वारा किसी उम्मीदवार के नाम पर मुहर नहीं लगी है लेकिन जदयू से दिलीप चौधरी विनोद चौधरी एवं रजनीकांत पाठक का चुनाव लड़ने का कयास लगाई जा रही है।
आपको बता दें कि रजनीकांत पाठक मूल रूप से बेगुसराय जिला के बखरी अनुमंडल क्षेत्र के शकरपुरा निवासी समाजवादी नेता स्वर्गीय दिनेश पाठक के पुत्र हैं। जिन के निधन पर 30 जून 2019 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके घर शोक प्रकट करने पहुंचे थे।
दरभंगा स्नातक स्तरीय विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्र में अपनी सेवा की बदौलत रजनीकांत पाठक के द्वारा कोशी की त्रासदी से लेकर कई ऐसे सामाजिक व प्रेरक कार्य किए गए हैं जिसके लिये उन्हें दिल्ली और बिहार में सम्मानित किया जा चुका है। हाल ही में मधुबनी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में इनकी सक्रियता चर्चा में रहा।
जरूरत मंद लोगो तक राहत पहुँचाने में जोखिम उठा कर NDRF टीम के साथ 3 दिन तक बाढ़ पीड़ित को राहत पहुचाई। जिसके बाद से ही दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत मतदाताओं के बीच इनका नाम आगामी चुनाव को ले काफी जोर शोर से लोगों के द्वारा उठाई जा रही है।
समाजसेवी रजनीकांत पाठक मिथिला मैथिली के भाषाई उन्नति व विकास के लिये श्रीराम जानकी फ़िल्म के बैनर तले बिष्णु पाठक व रजनीकांत पाठक के द्वारा कुशहा त्रासदी पर बनाए गए मैथिली फ़िल्म लव यू दुल्हिन के प्रदर्शन से भी काफी चर्चा में हैं।
हाल ही में मिथिला स्टूडेंट यूनियन की मधुबनी रैली में दरभंगा विश्विद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग करते हुए बेगुसराय,समस्तीपुर और मधुबनी में भी विश्वविद्यालय बनाने की मांग खुले मंच के माध्यम से सरकार से की है। इन सब बातों को ले बातचीत के दौरान रजनीकांत ने कहा कि 1990 से पहले मिथिला और बाद के मिथिला में बहुत अंतर है।हमारे मिथिला में एक दर्जन से भी अधिक चीनी मिल और जुट उद्योग थे।जिसे साजिश के तहत बर्बाद कर मिथिला के बड़े भाग को पलायन के लिये विवश किया गया। मिथिला क्षेत्र के लोगों के हक हकूक के साथ अब तक सभी राजनेताओं ने खिलवाड़ किया है ।
उन्होंने बिहार नाउ से बात करते हुए कहा दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से अब तक चुनाव जीते सभी विधान परिषदों ने सिर्फ लोगों से वोट बटोरने का काम किया है ना कि उनके विकास के लिए कोई ऐसा विकास कार्य किए हैं जिससे आने वाले युवा पीढ़ी का शिक्षण प्रणाली को आगे बढ़ाया जा सके। जब तक लोगों को अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं होगी तब तक समुचित विकास संभव नहीं है।
उन्होंने कहा अगर दरभंगा स्नातक स्तरीय विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं का प्यार व आशीर्वाद मिला तो आने वाले बहुत कम समय में ही क्षेत्र के शिक्षित व बेरोजगार युवाओं के लिए शिक्षण व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए रोजगार के अवसर भी तलाश कर लोगों को सुदृड्ढ करने का काम करूंगा।ताकि उपेक्षित समझे जाने वाले मिथला क्षेत्र के लोगों का नाम बिहार ही नहीं पूरे भारत पैमाने पर लिया जाएगा।
जिस हिसाब से रजनीकांत पाठक मतदाताओं के दिल में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं सबसे बड़ा सवाल यही है क्या रजनीकांत पाठक चुनाव जीतने के बाद अपने किए गए मापदंड पर खरे उतर पाएंगे ?