पावापुरी मेडिकल कॉलेज में आयोजित होगा बैपकॉन- 2021
दरभंगा मेडिकल कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय बैपकॉन सम्मेलन- 2020 का समापन
एनीमिया बिमारी के इलाज में सहायक होता है रेटिकुलोसाइट जांच – डॉ अजित
दरभंगा. 19 जनवरी. दरभंगा मेडिकल कॉलेज में आयोजित बैपकॉन सम्मेलन का समापन शनिवार को हो गया. अंतिम दिन डीएमसीएच के पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ अजित कुमार चौधरी ने रेटिकुलासाइटस जांच के बारे में जानकारी दी. बताया कि रेटिकुलोसाइट टेस्ट मरीजों के ब्लड में रेटिकुलोसाइट्स की संख्या को मापता है. इस टेस्ट को रेटिकुलोसाइट इंडेक्स और रेटिक काउंट भी कहा जाता है. रेटिकुलोसाइट्स अपरिपक्व रेड ब्लड सेल्स हैं, जो अभी भी विकसित हो रही है. डॉ चौधरी ने बताया कि टेस्ट से पता चलता है कि ऐसी कोई बिमारी नहीं है जो रक्त को प्रभावित कर रही है. पुरे शरीर के ब्लड प्रवाह में रेड ब्लड सेल्स दौड़ती रहती है. उनका काम ताजा ऑक्सीजन को शरीर मे लाना और कार्बन डाइऑक्साइड को दूर करना होता है. यदि शरीर में पर्याप्त मात्रा में रेड ब्लड सेल्स को नहीं बनाता है, तो उस व्यक्ति को एनीमिया नामक बीमारी का खतरा हो सकता है.
बताया कि यदि शरीर की लाल रक्त कोशिका की संख्या बहुत कम या बहुत अधिक है, तो शरीर अधिक या कम रेटिकुलोसाइट का उत्पादन और विमोचन करके एक बेहतर संतुलन प्राप्त करने की कोशिश करेगा. रेटिकुलोसाइट काउंट की मदद से डॉक्टर कई मेडिकल कंडिशन जैसे एनीमिया और बोन मैरो फेलियर को डायग्नोज करते हैं. रेटिकुलोसाइट टेस्ट एनीमिया का निदान करने और यह पता लगाने के लिए किया जा सकता है. इसके अलावा डॉ विपिन कुमार, डॉ अनिता तहलन, डॉ अजय कुमार, डॉ नेहा झा आदि ने आधुनिक चिकत्सा व विभिन्न प्रकार के पैथोलॉजिकल जांच के बारे में व्याख्यान प्रस्तुत किया.
डॉ पवन बने बैपकॉन- 2021 के अध्यक्ष
अगले वर्ष पावापुरी मेडिकल कॉलेज में बैपकॉन- 2021 सम्मेलन के आयोजन को लेकर आयोजित बैठक में कार्यकारिणी कमेटी के सदस्यों का चयन किया गया. इसमें सर्वसम्मति से डॉ पवन कुमार चौधरी को अध्यक्ष, डॉ अंजार अहमद, डॉ सतेन्द्र कुमार एवं डॉ अशोक कुमार सिन्हा को उपाध्यक्ष, डॉ सुनीत कुमार को सचिव, डॉ अजय कुमार को कोषाध्यक्ष, डॉ रंजन कुमार राजन, डॉ मुकेश साह, डॉ मो. शाकिर अहमद एवं डॉ अरूण कुमार राय को संयुक्त सचिव के रूप में चयनित किया गया. जबकि मार्गदर्शन कमेटी में डॉ अजित कुमार चौधरी, डॉ बीएन ठाकुर, डॉ गोपाल लाल दास, डॉ बिजय नारायण सिंह, डॉ वाई के सिंह, डॉ एके मिश्रा रहेंगे.