नई दिल्ली: लाल किले प्रांगण में आयोजित 6 दिवसीय भारत पर्व 2020 के अंतिम दिन शुक्रवार को बिहार के लोक कलाकारों ने पारम्परिक लोक नृत्य “बारह मासा” पर अपनी नायाब प्रस्तुति ने समां बांध दिया और अपने दिलकश गीतों व संगीत की सुमधुर प्रस्तुतियों से हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया…
” झिझिया झूमर कजरी” पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बिहार के लोक कलाकारों द्वारा बिहार के बारह महीने होने वाले प्रमुख तीज त्योहारों को नृत्य के माध्यम से दिखाया गया.रोपनी नृत्य,कटनी नृत्य,मकर संक्रांति, होली धमाल,चैता, जन्माष्टमी,देवी पूजन, गंगा पूजन,छठ गीत, विवाह गीत,पूर्वी गीत की मनमोहक प्रस्तुति की गई.
कलाकारों ने ऐसा समां बांधा कि पूरा प्रांगण तालियों की ध्वनी से गूंज उठा.डॉ. शिवजी सिंह के नेतृत्व में बृज बिहारी मिश्रा, अनंत कुमार मिश्रा,अरूण राज,मोनू कुमार, दिनेश कुमार, आदित्य कुमार,सोनल कुमारी,वर्षा कुमारी इत्यादि कलाकारों ने बिहार की कला एवं संस्कृति की अद्वितीय प्रस्तुति दी…
बिहार के स्थानिक आयुक्त विपिन कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित रहे एवं कलाकारों का अभिनंदन तथा उत्साहवर्धन किया…
संजीव जस्रौटीया, दिल्ली ब्यूरो हेड, बिहार नाउ