बड़ी खबर दरभंगा से आ रही है जहां कुछ लोग बीमारी से नहीं, बीमार से परहेज़ करने लगे हैं.. जानकारी के मुताबिक, एक व्यक्ति को मुहल्ले में सिर्फ इसलिए नहीं घुसने दिया गया , क्योंकि कोरोना से संक्रमित होकर ठीक होने के अस्पताल कर्मी उसे घर छोड़ने आए थे…
वाकया दरभंगा के भगवान दास मुहल्ले का है, जहां के एक व्यक्ति को डीएमसीएच अस्पताल कर्मी उसके घर छोड़ने एंबुलेंस से कोरोना नेगेटिव हो जाने के बाद आए थे.. लेकिन स्थानीय लोगों ने एंबुलेंस को मुहल्ले में एंट्री नहीं होने दिया और उस ठीक हुए मरीज वापस ले जाने पर अड़ गए…
अस्पताल कर्मी ने मौके के माहौल को देखते हुए ठीक हुए कोरोना के मरीज को वापस अस्पताल ले कर चले गए… अस्पताल कर्मी ने स्थानीय लोगों पर प्रशासन के मौजूदगी में गाली गलौच करने का आरोप लगाया है..साथ ही मीडियाकर्मियों को भी खदेड़ने की जानकारी सामने आ रही है…
सबसे बड़ा सवाल क्या कोरोना संक्रमित होने के बाद ठीक होकर घर वापसी का अधिकार खो दिया जाता है ?
आखिर स्थानीय लोगों को ये अधिकार किसने दे दिया ?
क्या ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए ??
राजू सिंह, बिहार नाउ, दरभंगा