सोमेश सिंह, बिहार नाउ, सिवान
बिहार : सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के गृह जिला सिवान में एंबुलेंस घोटाला उजागर होने के बाद राजनीतिक बवाल मचा हुआ है।MLA-MLC फंड से खरीदी गई 21 एम्बुलेंस में करोड़ों का घोटाला सामने आया है।जिस एम्बुलेंस की कीमत 7 लाख रुपये के करीब हैं उसी एम्बुलेंस को करीब 22 लाख में खरीदी गई है।
दरअसल सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी पूर्व विधायक विक्रम कुंवर ने इस करोड़ो के एम्बुलेंस घोटाले को उजागर किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश को चिट्ठी लिखकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। जिसके बाद घोटाले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने अपने चिट्टी में लिखा है कि मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत वितीय वर्ष 2020-21 में जिला योजना पदाधिकारी सिवान के द्वारा जो एम्बुलेंस की खरीदारी की गई है, वह GEM पोर्टल से नहीं हुई है।
बिल की राशि बढ़ाने के लिए insuarance खर्च और RTO खर्च दोगुना दर्शाया गया है। ड्राइवर सीट और केबिन एम्बुलेंस के inbuild आता हैं।जिसका 1241160 रुपये भुगतान किया गया है।
Monitor Multi Parameter भारतिय बाजार में 30950 रुपये में मिलता है, जिसके लिए 118720 रुपये खर्च किया गया है।
Sringle Pump की कीमत 20000रुपये हैं तो इसके लिए 69440 रुपये खर्च किया गया है।
Suction Machine Potable की कीमत 8500 रुपये हैं तो इसके लिए 33600 खर्च किया गया है।
Transport Ventilator की कीमत 60000 रुपये हैं तो इसके लिए 341600 रुपये खर्च किया गया है।
वही इस मामले के उजागर होने के बाद हड़कम्प मच गया है। बता दें कि सिवान के जीरादेई से तत्कालीन विधायक रमेश सिंह कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले 3 एम्बुलेंस , सिवान सदर से तत्कालीन विधायक व्यासदेव प्रसाद ने 1 और विधान परिषद सदस्य टुन्नाजी पांडेय ने 17 एम्बुलेंस खरीदने की अनुसंसा की थी। जिसपर कारवाई करते हुए 7 एम्बुलेंस की खरीदारी लगभग 20 दिन पहले हुई है, जिसमें करोडो का घोटाला सामने आया है। वही ये सभी एम्बुलेंस चलने के बजाय सिवान सदर अस्पताल में शोभा की वस्तु बनी हुई है।
वही इस सम्बंध में जीरादेई के पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा जिनके फंड से 3 एम्बुलेंस खरीदी गई है, उनका कहना है कि इसमें हमलोगों का कोई योगदान नहीं है, हम सिर्फ अपने लेटर पैड पर लिखकर दे दिये हैं, अब विभागीय पदाधिकारी ही बताएंगे कि खरीददारी कैसे हई हैं।