मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है.. 15 नए कैबिनेट मंत्री व 28 राज्य मंत्री ने शपथ ले ली है.. बिहार के जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह व पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्रालय में जगल मिली है.. लेकिन सबसे बड़ा सवाल कि आखिर नीतीश कुमार के सबसे नजदीकी व जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के मंत्री बनने से सीएम नीतीश कुमार नाराज हैं ??..
मंत्री बनने के बाद अभी तक नीतीश कुमार ने शुभकामनाएं संदेश आरसीपी सिंह सहित किसी नए मंत्रियों को नहीं दिया है… इसलिए ये सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं कि क्या सीएम नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं ??.. आखिर सीएम नीतीश कुमार की खामोशी की वजह क्या है ??…
जेडीयू के राष्ट्रीयअध्यक्ष आरसीपी सिंह ने आज इस्पात मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। खुद आरसीपी सिंह ने इस्पात मंत्रालय का कार्यभार संभालने की तस्वीर शेयर किया है। रामचंद्र प्रसाद सिंह बीजेपी के सहयोगी जेडीयू नेता के तौर पर मंत्री बने हैं। उन्होंने मंत्री पद की शपथ के बाद आज पदभार भी संभाल लिया लेकिन ‘साहब’ ने आरसीपी सिंह को बधाई तक नहीं दी।
दरअसल,आरसीपी सिंह सांसद बनने से पहले आईएएस अधिकारी रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें अपना प्रधान सचिव बनाया था। इसके पहले नीतीश कुमार जब रेल मंत्री थे तब भी आरसीपी सिंह उनके साथ थे। आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साहब कह कर संबोधित करते हैं। वे नीतीश कुमार के सबसे विश्वस्त और नजदीकी माने जाते हैं. नीतीश कुमार की कृपा से ही वे राज्यसभा सांसद बने,जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। अब नरेंद्र मोदी की कैबिनेट विस्तार में नीतीश कुमार के खासमखास आरसीपी सिंह को इस्पात मंत्रालय का कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। लेकिन साहेब ने सोशल मीडिया में अपने विश्वासपात्र को मंत्री बनाए जाने पर बधाई संदेश तक नहीं दिया।
आरसीपी सिंह ने आज उद्योग भवन जाकर इस्पात मंत्रालय का पदभार संभाल लिया। तब भी सीएम नीतीश जिसे आरसीपी सिंह सम्मान में साहब कहकर संबोधित करते हैं उन्होंने बधाई का कोई मैसेज नहीं दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ट्वीटर या फेसबुक देखेंगे तो बधाई का संदेश नहीं दिखेगा। जानकार बताते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शांति बहुत कुछ इशारा कर रही है। बताया जाता है कि केंद्रीय कैबिनेट में जेडीयू कोटे में महज एक सीट मिलने से नीतीश कुमार असहज हैं।
आरसीपी सिंह को मंत्री बनाये जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जानकार तो यहां तक कहते हैं कि आरसीपी सिंह ने बीजेपी नेतृत्व को खुद के लिए तैयार करा लिया। लिहाजा एक मंत्री पद मिलने पर नीतीश कुमार की पूर्ण सहमति नहीं होने के बाद भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर आरसीपी सिंह ने हामी भर दी और कैबिनेट में शामिल हो गये । कैबिनेट विस्तार से पहले जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह लगातार यह कह रहे थे कि हम एनडीए के पार्ट हैं । वे कई दफे कह चुके थे कि केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में जेडीयू शामिल होगा। बुधवार को कैबिनेट का विस्तार से पहले सीएम नीतीश कुमार ने यह कहकर इस बात की और पुष्टि कर दी थी कि मंत्री पद को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह बात कर रहे हैं.