सहरसा : सात समुन्दर पार मैं तेरे पीछे पीछे आ गयी मैं तेरे पीछे पीछे आ गयी , हाथ में जाम और बाहों में हसीना के साथ कोलकत्ता के सोना गांछी में थिरक रहा ये नौजवान किसी नेता का पुत्र नहीं है, किसी बड़े व्यापारी का बेटा भी नहीं है, ये हैं कानून के रखवाले बिहार के सहरसा जिले के सदर थाना का थाना अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद का। वहां की एसपी लेडी सिंघम लिपि सिंह है और डीआईजी सुपर कॉप शिवदीप लांडे हैं इन दोनों के रहते वीडियो के वायरल होने के 24 घंटे के अंदर एसपी लिपि सिंह ने एक बड़ी कार्रवाई की जहां सदर थानाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया है इसकी जानकारी एसपी लिपि सिंह ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी है
उन्होंने बताया कि सदर थाना अध्यक्ष जयशंकर प्रसाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है वायरल वीडियो के आधार पर उन्हें सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दी गई है बता दें कि हर वर्ष थाने में तमाम पुलिसकर्मी शराब ना पीने वह शराब का सेवन न करने का शपथ लेते हैं ऐसे में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस महकमे पर चर्चा का विषय बना हुआ है तो मामला गंभीर जरुर है वो भी मामला सीधे सीधे शराब से जुड़ा है ।
इस दौरान कोसी और सीमाचंल में क्या हो रहा है इसको लेकर बहुत कुछ समझने को मिला।
थानेदार जयशंकर प्रसाद को लेकर जो खबरें आ रही है वो बेहद चौकाने वाला है 2009 बैच का यह दरोगा है इसके पहले यह पूर्णिया जिला में था जहां भूमाफिया के साथ साठगांठ का गंभीर आरोप लगा था उसके इसी चरित्र की वजह से एसएसपी और डीआईजी ने कार्रवाई भी किया था लेकिन वहां से वह बच निकला।
इस दरोगा के सिर पर किसी ना किसी का हाथ तो जरुर है दागी होने के बावजूद इसको सहरसा में सदर थाना का थाना अध्यक्ष बना दिया गया जबकि यह थाना पुलिस मुख्यालय स्तर पर इंस्पेक्टर रैक के अधिकारी के लिए नोटिफाइड है।फिर भी ये सिर्फ प्रशासनिक मसला है ,बड़ा मसला यह है कि जिस शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार किसी स्तर पर समझौते को तैयार नहीं है ऐसे में एक थानेदार का यह चरित्र बहुत कुछ कहता है आखिर थाने स्तर पर हो क्या रहा है इस वीडियो के सहारे समझा जा सकता है। हालांकि सुधाकर कुमार को सदर थाना के नए थानाध्यक्ष के रुप में तैैनात किया गया हैै…
वहीं दूसरी ओर 2020 में ्सो्न्बर्ष राज थाना क्षेत्र के विराटपुर गांव एक शादी समारोह में गोली लगने से डांसर की मौत की घटना के बाद कार्रवाई की गाज सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह पर भी गिरी थी। उक्त शादी समारोह में आयोजित भोज में सदर थानाध्यक्ष के शामिल होने का वीडियो वायरल होने के बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने सदर थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है। वायरल वीडियो में सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह खाने की मेज से उठकर हाथ धोने जाते दिखे हैं। उनके आवभागत में आशीष सिंह दिखा था। जिनकी बहन की शादी में आयोजित भोज में सदर थानाध्यक्ष सहरसा से विराटपुर जाकर शामिल हुए थे।
सदर थानाध्यक्ष आरके सिंह के लिए यह भोज काफी महंगा साबित हुआ। हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि थानाध्यक्ष आर्केस्ट्रा शुरू होने से काफी पहले भोजन कर सहरसा लौट गए थे। लेकिन डांसर पर गोली चलाने के दर्ज मामले में मुख्य आरोपी आशीष सिंह को बनाया गया था। आर के सिंह के निलंबन के बाद इंस्पेक्टर राजमणि के सदर थाना के थानाध्यक्ष के रूप में पदस्थापन किया गया था ।
जबकि 2021 में केस से नाम हटाने को लेकर सदर थानाध्यक्ष का एक ऑडियो वायरल होने के बाद तत्कालीन कोसी रेंज के डीआईजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने सदर थानाध्यक्ष राजमणि को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के निर्देश दिए हैं। उन्हें लाइन हाजिर किया गया था।
सोशल मीडिया एवं अखवार प्रकाशित होने के बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया और इसके बाद सदर थानाध्यक्ष के खिलाफ यह कार्रवाई की गई। तत्कालीन एसपी राकेश कुमार ने सदर थानाध्यक्ष को निलंबित करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया था। वायरल ऑडियो में सदर थानाध्यक्ष और एक युवक के बीच आर्म्स एक्ट से नाम हटाने को लेकर काफी देर तक बातचीत हो रही था। सदर थानाध्यक्ष युवक से कह रहे हैं कि धारा 307 का केस हमारे पास रहेगा और 27 आर्म्स एक्ट का केस डीएसपी के पास चला जाएगा। सदर थानाध्यक्ष यह भी कह रहे थे कि कुछ व्यवस्था करतैय। तोहर पैरवी डीएसपी मुख्यालय साहब भी किये थे।
बी एन सिंह पप्पन, बिहार नाउ, सहरसा..