मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के जाले विधानसभा क्षेत्र से गिरफ्तार तीन फर्जी महिला मतदाताओं सहित चार लोगों को पुलिस ने मतदान केंद्र से गिरफ्तार किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने जाले थाने पर हमला कर चारों आरोपियों को वहां से भगा दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए दरभंगा रेंज के डीआईजी बाबूराम ने जाले थानाध्यक्ष विपिन बिहारी को लापरवाही का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का निर्देश दिए हैं।
एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने मामले में कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष विपीन बिहारी को निलंबित कर दिया है और कमतौल की डीएसपी ज्योति कुमारी के निर्देश पर बीती रात पुलिस ने गांव में छापामारी कर दो नामजद आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार जाले विधानसभा के देवरा बंधौली की बूथ संख्या 85 पर बुर्का पहनकर तीन महिला और एक युवक फर्जी तरीके से मतदान करने पहुंचा था। बूथ पर मौजूद अधिकारी ने जांच के दौरान फर्जी मतदाता पाए जाने पर चारों को पुलिस के हवाले कर दिया था।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को जाले थाना पर रखा था, जहां रात को 12 बजे के आसपास डेढ़ सौ से ज्यादा अज्ञात लोगों ने हमला करके थाने में बंद चारों आरोपियों को वहां से फरार करवा दिया।
मामले को लेकर मजिस्ट्रेट के आवेदन पर जाले थाना में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जबकि थाना पर हमला कर चारों आरोपियों को भगाने के मामले में 24 नामजद और 130 से 140 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
मामले में डीएसपी ज्योति कुमारी ने बीती रात गांव में छापेमारी कर दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है, जबकि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
डीआईजी बाबूराम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जाले थानाध्यक्ष विपिन बिहारी को निलंबित करने के आदेश दिए। डीआईजी ने कहा कि पुलिस थाने पर कर हमला कर रहे लोगों को शांत करने और कार्रवाई करने में विफल रहने के थानाध्यक्ष के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।