संगीत की देवी व बिहार की स्वर कोकिला लोक गायिका शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर पटना के राजेन्द्र नगर स्थित आवास पर लाया गया है…
सीएम नीतीश कुमार ने घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार शाम शारदा सिन्हा के राजेन्द्र नगर स्थित घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। कल उनका अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ होगा…
बिहार के पूर्व मंत्री व राज्यसभा सांसद संजय झा, मंत्री विजय चौधरी सहित कई मंत्री व नेताओं ने शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी…
बता दें कि शारदा सिन्हा का निधन दिल्ली के एम्स अस्पताल में मंगलवार की रात हो गया। छठ गीतों को घर-घर तक पहुंचाने वाली 72 वर्षीय शारदा सिन्हा छठ महापर्व के पहले दिन नहाय-खाय पर ही छठी मंईयां की गोद में निर्वाण को प्राप्त हुईं। वे 11 दिनों से एम्स में भर्ती थीं। वे बीते छह वर्षों से ब्लड कैंसर से जूझ रही थीं।
बीते दिनों उनकी तबीयत बिगड़ने पर 26 अक्टूबर को एम्स में भर्ती कराया गया था। मंगलवार की देर रात उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर मां शारदा सिन्हा के निधन की जानकारी दी। उनके निधन से कला जगत में शोक की लहर है।
एक अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले के हुलसा गांव में शारदा सिन्हा का जन्म हुआ था। हिंदी, मैथली, भोजपुरी, बज्जिका समेत अन्य भाषाओं में कई सदाबहार गीत गाने वाले लोक गायिका को भारत सरकार की ओर से पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। गायिका शारदा सिन्हा को वर्ष 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।