बिहार विधानमंडल का बजट सत्र 28 फरवरी से शुरू होकर 28 मार्च तक चलेगा. बिहार के संसदीय कार्य विभाग की ओर से जारी एक अधिसूचना के अनुसार सदन सत्र की शुरुआत राज्यपाल द्वारा द्विसदनीय विधायिका के सदस्यों को पारंपरिक संबोधन के साथ होगी जिसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. नीतीश कुमार सरकार तीन मार्च को अपना आखिरी बजट पेश करेगी क्योंकि इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है.
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए दो दिन आवंटित
करीब महीने भर चलने वाला यह सत्र 28 मार्च को समाप्त होगा. इस बजट सत्र के दौरान कुल 20 दिन विधायी कार्य होंगे जिनमें से आधे कार्य दिवस विभिन्न विभागों के बजट पर बहस के लिए समर्पित होंगे. अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए दो दिन आवंटित किए गए हैं.
विकास कार्यों की दी जाएगी चल रही योजनाओं की जानकारी
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान विस्तारित भवन के सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों को संबोधित करेंगे. सरकार की योजनाओं और प्रदेश में अब तक किए गए विकास कार्यों के साथ चल रही योजनाओं की जानकारी देंगे.
तीन लाख करोड़ के पार जा सकता है नीतीश सरकार का बजट
माना जा रहा है कि इस बार का बजट तीन लाख करोड़ के पार जा सकता है जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के मुकाबले करीब 8 फीसद तक ज्यादा हो सकता है. शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और सड़क जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर सरकार का ध्यान होगा.
चार जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्री परिषद की बैठक में विधानमंडल के बजट सत्र की तारीख पर मुहर लगी थी. बता दें कि बिहार में विधानसभा का चुनाव है तो यह साल नीतीश सरकार के लिए भी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है.