बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता दरबार में पहुंचे, जहां वे लगातार फरियादियों की समस्याओं से रू-ब-रू हुए और उनके निपटारे के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए..
अगस्त महीने की आज पहली सोमवारी है। पहली सोमवारी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह विभाग, कारा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, निगरानी विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को सुन रहे हैं। इस दौरान उन्होंने फरियादियों की समस्याओं को निपटना के लिए अफसरों को दिशा-निर्देश भी दिए…
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में जमीन कब्जाने की शिकायतों की भरमार थी। एक मामला कुछ अलग भी आया। किशनगंज के वसंत सिंह साइबर फ्रॉड की शिकायत लेकर जनता दरबार में पहुंचे, जहां उन्होंने सीएम नीतीश कुमार को ATM क्लोन कर पैसा निकालने की शिकायत सुनाई। सीएम ने साइबर अधिकारी को फोन कर तुरंत मामले को निपटाने का निर्देश दिया…
वहीं, जनता दरबार में भागलपुर के पीरपैंती के निवासी अभिषेक रंजन ने भी मुख्यमंत्री के सामने अपनी शिकायत दर्ज करायी और बताया कि पीरपैंती में 2021 में जमीन लिए थे। वहां का स्थानीय आदमी बोल रहा है कि यह जमीन तुम्हारी नहीं है जबकि म्यूटेशन भी कराए हैं और रसीद भी कटवा चुके हैं। जब बाउंड्री कराने गये तो बोला जा रहा है कि उक्त जमीन आपकी नहीं है…
अभिषेक रंजन का कहना था कि बड़ी मुश्किल से पाई-पाई जोड़कर जमीन खरीदे थे लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनी और फिर मौके पर मौजूद भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी को जांच के आदेश दिए…
वहीं, सुपौल से आए संजय कुमार भी जमीन मामले को लेकर जनता दरबार पहुंचे थे। संजय का कहना है कि फर्जी कागजात के आधार पर उनकी जमीन को बेच दिया गया। है, जिसके बाद एक महिला भी जमीन विवाद की शिकायत लेकर पहुंची। उसने बताया कि जबरन घर में तोड़फोड़ की गयी है।
अब उन्हें जाने से मारने की धमकी दी जा रही है। महिला की शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाने को कहा लेकिन तभी सीएम के पास आ गये। उन्हें देख सीएम ने कहा कि वहां काहे नहीं बैठते हैं… जाकर बैठिए…