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बिहार के 13 जिले बाढ़ की चपेट में है ।बांढ़ ने हजारों लोगों की जिंदगी और आशियाने तबाह कर दी है। बाढ़ की चपेट में रोजाना नए नए इलाके आ रहे हैं ।बाढ़ में घर छोड़ चुके कई लोग अब समान जिंदगी दोबारा जीने की चिंता में घुल रहे हैं । मुश्किल से उबरने की उम्मीद बनाए रखना भी बड़ी चुनौती बन गया है । इस सब के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है।
बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला है उन्होंने बिहार नाउ से बात करते हुए कहा कि बाढ़ में पीड़ितों का दर्द बाांटने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर सरकार के तमाम दावों की पोल खुल गई है ।सरकार ने बाढ़ पूर्व पुख्ता तैयारियों का दावा किया था लेकिन इसके बावजूद भी कई जगह तटबंधों का टूटना अभी जारी है ।
मदन मोहन झा ने कहा यदि बाढ़ से पूर्व तैयारियां की गई होती तो इतना जान माल का नुकसान नहीं होता ।साथ ही उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को 6-6 हजार मुआवजा के तौर पर देने के बजाय यदि सरकार पहले से बांध को लेकर सजग रहती तो बिहार में बाढ़ से आई तबाही का मंजर इतना भयावह नहीं होता।
” क्विंटलिया बाबा है नीतीश कुमार ”
वहीं जदयू एमएलसी दिलीप चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष ओर से सरकार पर लगाए गए आरोपों को सीधे तौर पर खारिज कर दिया। दिलीप चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष को इस विपदा की परिस्थिति में सकारात्मक पहल करने की बात कही.बिहार की जनता नीतीश कुमार को कुंटलिया बाबा के नाम से जानते हैं , क्योंकि नीतीश कुमार जनता के प्रति हमेशा समर्पित रहे हैं। बाढ़ में वह खुद हर तरीके से हर जिले का जायजा ले रहे हैं । ऐसे में विपक्ष का आरोप बिल्कुल निराधार है।
हालांकि जमीनी हकीकत सरकार के तमाम दावों से पूरी तरह इतर दिख रही है कहीं पीने का पानी की व्यवस्था नहीं है तो कहीं खाने को भोजन उपलब्ध नहीं हो रहा है ऐसे में सरकार के लाख दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
अभिषेक झा, एडिटर, बिहार नाउ