सहरसा – जिले के सोनवर्षा राज प्रखंड से जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से तीन जमायतों को कोरोना संदिग्ध के रूप में चिन्हित कर तीन दिन पुर्व जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। जिसका देखरेख आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर एवं नर्सकर रहे हैं।
इसी बीच तीनों जमायत से आये मरीजों ने नॉनवेज बिरयानी की डिमांड को लेकर नर्सों के साथ अभद्र व्यवहार किया। जमायत मरीजों ने नर्स को मोबाईल से फोटो खिंचवाने एवं वीडियो बनाने की धमकी देते हुए कहा कि हमें यहाँ से निकालो नहीं तो अंजाम भुगतने का धमकी दे डाला। जमायतो के द्वारा किये गए हाय भोल्टेज ड्रामा के बाद दहशत में आये नर्स एवं अस्पताल प्रबंधक ने सदर थाना को सूचित किया।
स्थिति की गम्भीरता को भाँपते हुए सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी एवं सदर थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह अपने दल बल के साथ अस्पताल पहुँचकर कोरोना मरीज हेतु बने आइसोलेशन वार्ड पहुँचकर सदर एसडीपीओ ने तीनों जमायतों से बारी बारी से पूछताछ किया उसके बाद वार्ड में ड्यूटी पर तैनात नर्स एवं अन्य कर्मियों से भी इस सम्बंध में पूछताछ किया गया।
अस्पताल कर्मी ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य मुख्यालय के आदेशानुसार मरीजों को जो सुविधा निर्देशित किया गया है उसी मानक के अनुसार सभी मरीजों को सुविधा मुहैया कराया जा रहा है। मैं उन्हें कहा से नॉनभेज बिरयानी खिलायूँ ❓
एक तरफ जमायती मरीजों ने कहा कि मुझे कुछ हुआ ही नहीं है ये लोग जबरन हमें को यहाँ रखे हुए हैं। वहीं सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने समझाते हुए कहा कि रिपोर्ट आने तक आप सभी लोग शांत एवं धैर्य पुर्वक रहें। यहाँ आपके कोई दुश्मन नहीं हैं।
उन्होंने कहा आपके परिवार और समाज के दिर्घायु जीवन के लिए ही हम सभी काम कर रहे हैं रिपोर्ट आने के बाद आपको आपके घर तक छोड़ दिया जाएगा। सदर एसडीपीओ श्री तिवारी एवं सदर थानाध्यक्ष श्री सिंह ने दोनों पक्षों को समझाते हुए मामला शांत कराया। मौके पर अस्पतालकर्मी एवं पुलिस बल मौजूद रहे।
बी एन सिंह पप्पन के साथ रितेश हन्नी बिहार नाउ, सहरसा