कांग्रेस विधान परिषद के सदस्य प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि कोटा सहित अन्य स्थानों से छात्रों, श्रमिको को बसों के द्वारा वापस बिहार लाने को लेकर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के द्वारा बसों,संसाधनों की कमी की बात करना निराशाजनक और सरकार की अक्षमता को दर्शाता है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस संबंध में पूछा कि लॉक डाउन की वजह से कोटा सहित अन्य स्थानों से बिहारी छात्रों, श्रमिको को लाने हेतु जब केंद्र सरकार ने सकारात्मक गाइड लाइन जारी किया और आपने स्वागत भी किया तो बसों की कमी और संसाधनों के अभाव की बात कह क्या उपमुख्यमंत्री क्या साबित करना चाहते हैं?
मुख्यमंत्री से आग्रह है कि वे राज्य की जनता को ये स्पष्ट करें कि बाहर फंसे लोगों को बिहार लाने की उनकी क्या योजना है अगर बसों का अभाव है तो दूसरे राज्यों से सहयोग तथा भाड़े पे तो बसों का प्रबंध किया जा सकता है??
उन्होंने आश्चर्य प्रकट किया कि कल तक जब केंद्र से नियमावली में बदलाव की मांग की जा रही थी और केंद्र ने किया भी तो अब छात्रों श्रमिकों को वापस लाने को लेकर साधनों की कमी को लेकर बहानेबाजी करना कहीं से भी उचित नही है।
अगर सरकार बाहर से अपने लोगों को लाने में अक्षम है तो कांग्रेस नेतृत्व से वे कहें जहां हमारी सरकार है हम सहयोग करने को तैयार हैं।उन्होंने सरकार पे आरोप लगाया कि उसके पास इच्छाशक्ति का आभाव दिखता है।
महीप राज, बिहार नाउ, पटना