आरा* – बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां प्रचार-प्रसार में जुटी हुई हैं। नेताओं द्वारा जनसंपर्क अभियान, चुनावी सभा और रोड शो का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव एक और नई मुसीबत में फंस गए हैं। बिहार के आरा में पप्पू यादव के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पूर्व सांसद के अलावा भोजपुरी सिंगर राकेश मिश्रा और जाप पार्टी के 5 और नेताओं पर भी नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला भोजपुर जिले के कृष्णगढ़ थाना का है। जहां बड़हरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी की ओर से सख्त एक्शन लेते हुए जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव के ऊपर मामला दर्ज कराया है। पप्पू यादव के साथ-साथ उनकी पार्टी के 6 अन्य नेताओं पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। दर्ज एफआईआर में यह बताया गया है कि 16 सितंबर को बड़हरा विधानसभा में पश्चिमी गुंडी इलाके के बभनगामा गांव में जन अधिकार पार्टी के संभावित उम्मीदवार रघुपति यादव और उनके भाई विजय यादव की ओर से चुनावी सभा का आयोजन किया गया था। मंच संचालन भावी उम्मीदवार के भाई हरिओम यादव द्वारा किया गया। इनसभी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इतना ही नहीं भोजपुरी के जाने माने गायक राकेश मिश्रा के ऊपर भी केस किया गया है। क्योंकि वो भी इस चुनावी सभा में शामिल थे। इस सभा में शामिल होने वाले ऋषिकेश सिंह और शेखर दुबे के ऊपर भी मामला दर्ज कराया गया है। बड़हरा के BDO सुनील कुमार ने बताया कि पप्पू यादव के इस कार्यक्रम में लगभग 600 लोग जुटे थे, जो कि कोरोना महामारी के रोकने के लिए बनाए गए नियमों का उल्लंघन है। इस तरह के चुनावी सभाओं से लोगों के बीच कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा और भी ज्यादा उत्पन्न हो सकता है। इसलिए इनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
बिहार सरकार अभी कोरोना को लेकर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश को फॉलो कर रही है। इसके तहत पूरे देश में जनसभा करने पर रोक है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर के बाद 100 लोगों की सभा करने की इजाजत दी है। बिहार सरकार ने बकायदा अधिसूचना जारी कर केंद्र के निर्देश को लागू करने का फैसला लिया है। राज्य और केंद्र सरकार के प्रतिबंध के बावजूद भी पप्पू यादव की पार्टी की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें निर्धारित संख्या से भी लगभग 500 अधिक लोग शामिल हुए।
इधर दूसरी ओर, पप्पू यादव और जन अधिकार पार्टी के नेताओं के ऊपर मामला दर्ज होने के बाद जाप के युवा जिलाध्यक्ष रघुपति यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि अभी पिछले दिनों महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के बिहार विधानसभा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस द्वारा भी आरा में लॉकडाउन उल्लंघन करते हुए मीटिंग किया गया, कुछ दिन पहले स्थानीय विधायक ने भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बैठक किया तो इन नेताओं पर केस क्यों नहीं दर्ज किया गया ? आखिरकार सिर्फ जन अधिकार पार्टी को ही क्यों जिला प्रशासन और सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।.
राकेश कुमार, बिहार नाउ,आरा
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