बिहार में कोरोना को लेकर लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश हमला बोला है.. फेसबुक के जरिए तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को जमकर घेरा है..
तेजस्वी यादव ने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना काल में सभी विधायक और एमएलसी के फंड से पैसे लिए गए थे वह पैसे कहां खर्च किए गए। इस साल भी राज्य सरकार ने सभी विधायक और एमएलसी के फंड से दो करोड़ रुपए लिए गए हैं, जो करीब 312 की संख्या है। इनके 624 करोड़ लिए गए। सरकार बताए कि इन पैसों को कहां खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि लोग हमसे सवाल पूछते है कि विधायक क्या कर रहे हैं। मैं पूछता हूं कि हमारे विधायकों के पास पैसे ही नहीं है, तो वह किस प्रकार की सहायता करेंगे। उनके हाथ पैर काट दिए गए हैं सारे पैसे पर सीएम साहब दबाकर बैठ गए हैं, जो थोड़ी बहुत मदद मिल रही है वह संपन्न विधायक अपने पास से कर रहे हैं। हमारे विधायक बेड दे रहे हैं, ऑक्सीजन मंगा रहे हैं। तेजस्वी यादव ने इस दौरान कहा कि जरुरत पड़े तो राज्य सरकार हमारे सरकार बंगले को भी ले सकते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष एक संवैधानिक पद है, लेकिन इस पद का भी बिहार सरकार में कोई महत्व नहीं है। उन्होंने बताया कि चार साल में नीतीश कुमार ने उनके किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया। यह सरकार है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जो हालात है कि उसमें मैं नीतीश जी से इतनी ही कहना चाहूंगा कि अगर उनसे बिहार नहीं संभल रहा है तो वह अपनी अंतरात्मा की सुनें और इस्तीफा दें, हम बताएंगे कि बिहार में किस प्रकार से सरकार चलाई जाती है। इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि हम एक बार फिर से कहते हैं कि सरकार को विपक्ष से जिस किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी, हम करने के लिए तैयार हैं।