बिहार के दरभंगा ट्रिपल हत्याकांड में नया खुलासा सामने आया है.इस खुलासे के बाद जिला प्रशासन पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं.जिसके कंधे पर कानूनसंगत ‘सच’ सामने लाने की जिम्मेदारी थी,वो ही अपने जांच रिपोर्ट में ‘सच’ को दफना डाला यह आरोप पीड़ित निक्की ने सबूत के तौर पर जांच रिपोर्ट की कॉपी मीडिया के सामने रख कर दावा की है…
दरभंगा जीएम रोड हत्याकांड में न सिर्फ पुलिस की लापरवाही, बल्कि ADM दरभंगा विभूति नारायण झा की भूमिका भी संदिग्ध है.. पीड़ित निक्की झा के मुताबिक, 23 सितम्बर 2020 की एक रिपोर्ट में ADM ने अंचलाधिकारी के साथ स्थल निरीक्षण करने और निरीक्षण में हत्याकांड के मुख्य आरोपी शिव कुमार झा का दखल कब्जा दिखाया गया था.. जबकि पीड़ित परिवार 40 वर्षों से आजतक उस मकान में हैं.. दखल कब्जा के प्रयास में ही आरोपी की ओर से गत 10 फरवरी को हत्याकांड को अंजाम दिया गया..
हालांकि ADM विभूति नारायण झा की इस रिपोर्ट पर कमिश्नर ने बाद में स्टे लगा दिया था और मामला फिलहाल हाईकोर्ट में है.. लेकिन इस गलत रिपोर्ट पेश करने पर पीड़ित परिवार ने ADM की मंशा पर बड़ा सवाल खड़ा किया और इस रिपोर्ट को भू माफियाओं के मनोबल को बढ़ाने का मुख्य कारण बताया.. पीड़ित निक्की झा ने यहां तक कहा कि इसी रिपोर्ट के कारण हत्याकांड ऐसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया..
बता दें कि दरभंगा के जीएम रोड हत्याकांड के पीड़ित परिवार ने बुधवार को डीएम राजीव रौशन से मुलाकात कर उन्हें तमाम अपनी मांगों से अवगत कराया.. साथ ही न्याय के साथ साथ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है….