
पटना में हुए जलजमाव पर लीपापोती शुरू हो चुकी है .दोषियों को बचाने की कवायद होते हुए दिख रही है .गुरुवार को नगर विकास मंत्री ने कमेटी बनाई, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उन्हीं लोगों को शामिल किया गया ,जिस पर पटना को डुबोने का आरोप था .
आज सुबह डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ऐसी जांच कमेटी को ही अफवाह करार दिया. जांच के नाम पर हो रहे खेल कि इंतहा तब हो गई जब डिप्टी सीएम के बयान के बाद मंत्री सुरेश शर्मा ने भी ऐसी कोई जांच कमेटी से इंकार कर दिया .
आपको बता दें कि कल संबंधित विभाग से आदेश की प्रति सबके पास विभाग ने ही भेजी और अब कह रहे हैं कोई जांच कमेटी बनी ही नहीं .देखिए आदेश की कॉपी खबर में संलग्न है .
सबसे बड़ा सवाल
1. विभाग ने आदेश की प्रति सबके पास क्यों भेजी ?
2. जांच को लेकर सरकार के अंदर के विरोधाभास की स्थिति क्यों ?
3.आखिर कौन सी मजबूरी ने मंत्री को जांच के आदेश के बाद पलटने पर मजबूर कर दिया ?
4. क्या दोषियों को बचाने की साजिश तो नहीं ?
5.सरकार की मंशा क्या है ?