युवा जदयू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रंजीत कुमार झा ने प्रशांत किशोर द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन को जद यू से निकाले जाने के बाद अपनी आत्म संतुष्टि के लिए किया गया प्रलाप बताया है।
उन्होंने कहा कि 2015 में ‘बिहार में बहार हो.. नीतीशे कुमार हो’ का नारा लगवाकर जद यू की राजनीति में तेज़ी से आगे बढ़े। जिस मुख्यमंत्री के विकास का गुणगान करते थकते नहीं थे उन्ही का धारणीय विकास आज श्री किशोर के गले से नीचे नहीं उतर रहा।
श्री झा ने कहा कि जिस प्रकार का सम्मान उन्हें माननीय नीतीश कुमार जी से मिला उसे वो स्थायित्व के साथ पचा नहीं पाए और अपने को पार्टी से बड़ा समझकर अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के दिवा स्वप्न में जीने लगे। परिणाम आज हमारे सामने है- ग़लत महत्वाकांक्षाओं और निजी स्वार्थ के दलदल में श्री किशोर उलझे नज़र आते हैं।
श्री झा ने यह भी कहा कि बिहार के विकास की कहानी किसी प्रशांत किशोर से सुनने में यहाँ की जनता को कोई रुचि नहीं क्योंकि इस विकास का इकलौता सूत्रधार यहाँ की जनता अपने सम्मानित नेता श्री नीतीश कुमार को मानती है। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार का विकास ना रुका है ना रुकेगा।
श्री झा ने प्रशांत किशोर के आँकड़ों को निराधार बताते हुए कहा कि अगर 2005 से अबतक बिहार का विकास ठीक नहीं हुआ तो 2015 में वो कौन से जादू की छड़ी लेकर आ गए थे कि विकास के सभी इंडेक्स विश्व स्तर पर बता रहे थे ।