बिहार में शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी सख्त हैं बावजूद शराबबंदी की जमीनी हकीकत कुछ और ही हैं.. सूबे के ज्यादातर इलाकों में खुलेआम शराब की बिक्री होती है ऐसा विपक्ष भी आरोप लगाता रहा है…
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बराबर कहते रहे हैं कि शराबबंदी तभी पूर्णतः लागू हो पाएगी, जब समाज के लोग इसके प्रति जागरूक होंगे और खुलकर शराब माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाएंगे…लेकिन दरभंगा से जो मामला सामने आई है, वो बिल्कुल इसके पलट दिख रहा है…
दरभंगा के शराबबंदी की पोल खोल मामले में फिर एक नया मोड़ सामने आया है..इस मामले ने कई सवाल को जन्म दे दिया है.. आखिर इस मामले में कौन सच है ? … सच क्या है ?.. क्या सच आ पाएगा सामने ?…
ये तमाम सुलगते सवाल हैं जिसके जवाब सामने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर सच क्या है ❓
इस मामले में शराबबंदी की पोल खोलने वाला युवक अमरजीत यादव और बहेड़ा थाना के SHO के बीच फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो सामने आने के बाद बवंडर मच गया है.. ये वायरल ऑडियो सामने आने के बाद दरभंगा पुलिस के तमाम तर्कों पर सवाल खड़े हो गए हैं..
SHO और शराबबंदी की पोल खोलने वाले युवक अमरजीत यादव के हुई फोन पर बातचीत के ऑडियो के मुताबिक, अमरजीत यादव शराब की बोतलें लेकर थाने पर वीडियो बनाने पहली दफा गया था… और इसके बाद पुलिस के बुलाने पर वो दूसरी बार थाने गया था..
ऑडियो के मुताबिक, शराबबंदी की पोल खोलने वाला युवक अमरजीत यादव थाने पर शराब की बोतल लेकर वीडियो बनाने से पहले थाना नहीं गया था, ये SHO ने स्वीकारा है.. SHO ने इसे रयूमर करार दिया है…
जबकि SSP अवकाश कुमार के बयानों के मुताबिक, अमरजीत यादव थाने पर वीडियो बनाने से पहले भी थाने पर जाकर मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों व महिला पुलिस अफसर के अभद्र व्यवहार व बदसलूकी की.. जबकि SHO ने इस तमाम बातें को रयूमर करार दिया है…
अब सबसे बड़ा सवाल कि आखिर सही कौन ?…
अब इस मामले के दूसरे पहलू को देखिए… आखिर सच क्या है ❓
दरभंगा पुलिस के मुताबिक, आरोपी गुलाब यादव को शुरुआती जांच में निराधार पाया गया है, जिसके आधार पर उसे थाने पर से छोड़ दिया गया.. आरोपी के खिलाफ कोई सबूत या साक्ष्य न मिलने की वजह से उसे रिलीज कर दिया गया है.. हालांकि जांच हर पहलू पर जारी है.. जबकि इस मामले को लेकर समाज के लोगों का क्या कहना है, जरा सुनिए….
मोतीपुर की भगिया देवी का कहना है कि आरोपी गुलाब यादव वर्षों से शराब के धंधे में संलिप्त है.. वहीं ग्रामीण नथूनी यादव, रामलला यादव सहित तमाम ग्रामीणों ने इस बात को कहा है कि आरोपी इस धंधे में वर्षों से संलिप्त है…
ये वीडियो खुद अमरजीत यादव ने सोमवार देर रात को बनाई, जब दरभंगा पुलिस की ओर से ये कहा गया कि आरोपी खिलाफ कोई साक्ष्य सामने नहीं आए हैं और पुलिस की ओर से अमरजीत यादव पर भी कई सवाल खड़े किए गए हैं.. ये अमरजीत यादव का कहना है…
अमरजीत यादव ने बिहार नाउ से बात करते हुए कहा कि इस वीडियो को बनाने के पीछे मेरा सिर्फ एक मकसद है सच को किसी परिस्थितियों में सामने लाना ….
वहीं सोमवार को दरभंगा एसएसपी ने मीडिया से बात करते हुए कहा जिसके विरुद्ध आरोप लगाया गया है उसके विरूद्ध कोई साक्ष नहीं मिला है ऐसे में कोई भी किसी पर आरोप लगा दे यह गलत है उन्हें पहले पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी ना कि शराब की बोतल लेकर के थाने पर पहुंचना चाहिए था.. हालांकि अवकाश कुमार ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की बातें कहीं है.. उन्होंने कहा कि हर एंगल से जांच की जा रही है….
सबसे बड़ा सवाल कि आखिर इस मामले में सच क्या है❓ और क्या सच आ पाएगा सामने ❓
ब्यूरो रिपोर्ट, बिहार नाउ
नोट – : बिहार नाउ अपने पास मौजूद तमाम वीडियो व ऑडियो और सबूत के आधार पर इस खबर को प्रकाशित किया है.. बिहार नाउ किसी भी वीडियो और ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है