बिहार विधानसभा में विधायकों की पिटाई मामले में पुलिस को नीतीश कुमार की क्लिन चीट और तेजस्वी के प्रहार के बीच बिहार के DGP ने बड़ा बयान दिया है.. DGP एस के सिंघल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि दोषी पुलिसकर्मी को चिंहित कर कार्रवाई की जाएगी…
बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और पुलिस के मुखिया एसके सिंघल ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेस कर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन पुलिसवालों ने विधायकों के खिलाफ आवश्यकता से अधिक बल का प्रयोग किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
गंभीर मामले पर बिहार के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और डीजीपी एसके सिंघल ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेस किया. अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बिहार विधानसभा के परिसर में वहां के अध्यक्ष के आदेश पर बाहर से पुलिसबल को भेजा गया था. ताकि वे सदन में मार्शल को असिस्ट कर सके.
लेकिन फिर भी अगर वहां किसी भी पुलिसवाले ने आवश्यकता से अधिक विधायकों के खिलाफ बल का प्रयोग किया तो उनके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इसके लिए खुद विधानसभा के स्पीकर को ही कहना पडेगा क्योंकि ये उनके अधिकार क्षेत्र में आता है. अगर वो जांच की बात कहेंगे तब ही दोषी पुलिसवालों के खिलाफ एक्शन लिया जायेगा.
डीजीपी एसके सिंघल ने भी गृह सचिव की बात को दुहराते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर ही इस मामले की जांच की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि मीडिया फुटेज या अन्य किसी भी व्यक्ति के आरोपों को लेकर अब तक पुलिस की ओर से कोई भी जांच की पहल नहीं की गई है.
चूंकि ये घटना विधानसभा में हुई और उन्होंने किया, जिन्हें खुद वहां के स्पीकर ने बुलाया. तो ऐसे में स्पीकर विजय सिन्हा के आदेश पर ही जांच या कार्रवाई की जाएगी.