राजेश कुमार
बिहार में 5 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ती जा रही है बिहार विधानसभा उपचुनाव में सभी गठबंधन में बिखराव दिखाई दे रहा है ताजा मामला सीवान के दौरोंदा विधानसभा का है। जहां महागठबंधन में राजद ,कांग्रेस, हम, रालोसपा अलग अलग अपनी राह अपना ली हैं वही एनडीए में भाजपा और जदयू का बिखराव दौरोंदा विधानसभा के उपचुनाव के नामांकन में दिखा।
भाजपा के कर्णजीत सिंह उर्फ ब्यास सिंह ने निर्दलीय उमीदवार के रुप में अपना पर्चा दाखिल किये। इस नामांकन में भाजपा नेता के अलावा जदयू के कई नेता उपस्थित थे। जिससे प्रतित होता हैं की यहाँ एनडीए उमीदवार जदयू के अजय सिंह की जीत की राह आसान नही होगी क्योकि भाजपा और जदयू में आपसी मतभेद दौरोंदा के उपचुनाव में देखने को मिल रहा हैं।
दौरोंदा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा समर्थित उमीदवार निर्दलीय प्रत्याशी कर्णजीत सिंह उर्फ ब्यास सिंह ने अपने नामांकन के पहले बिहार के प्रसिद्धी ज्योतिलींग मेह्दार मंदिर पहुचें। यहाँ उनके साथ भाजपा के तमाम बडे़ नेता दिखाई दिये। भाजपा के जिलाध्यक्ष मनोज सिंह के भाई व भाजपा के युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बंटी सिंह, और जदयू विधायक श्याम बहादुर सिंह के पुत्र मुखिया संजय सिंह के समर्थन में खुल कर दिखाई दिये। भाजपा नेताओं और जदयू नेताओं से बातचीत की गई तो उन्होनें साफ तौर कहा की वे ब्यास सिंह के साथ परिवार की तरह हैं। वे पार्टी से बढकर अपने परिवार का साथ देगें।
सिवान लोक सभा चुनाव से ही जदयू और भाजपा में खिंचातानी का दौर चल रहा हैं। उपचुनाव में भाजपा और जदयू में अभी बिखराव दिखाई दे रहा है। 2020 के विधानसभा के चुनाव में सिवान के साथ सारण मंडल में क्या होगा यह तो आनेवाला समय बतायेगा। अब यह देखना होगा की दौरोंदा के उपचुनाव में जदयू या भाजपा समर्थित उमीदवार में जनता किसको ताज पहनाती है।