सुपौल मे अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच गया है .तभी तो लगातर हत्या रेप लूट जैसी सनसनीखेज मामले लगातर सामने आते रहते है .लगता है अपराधियों को पुलिस का खौफ नहीं के बराबर है .हाजा आम जन मानस डर के साए मे जीने को मजबूर है .
3 दिनो के अंदर दुष्कर्म की दो बड़ी वारदात जिले मे पुलिस की कार्यशैली और विफलता को उजागर कर रही है , छातापूर दरोगा की पिटायी का मामला अभी सुर्खी मे था ही कि इधर मेला देखकर लौट रही नाबालिग लड़की से हथियार के बल पर सामूहिक दुष्कर्म का मामला लोगों को झकझोर दिया है.
खास बात ये भी कि जब पीड़िता कि बहन ने इसका विरोध किया तो अपराधियों ने उसके सीने मे गोली मार दिया , इस घटना से लोग दहशत मे है .
ये सनसनीखेज वाकया राघोपुर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है आरोप है कि दुष्कर्म पीड़िता को लेकर उनके परिजन घंटो राघोपुर थाना मे बैठा रहा लेकिन पुलिस ने सुधि नहीं ली .
जनकारी के अनुसार पुलिस ये तय नहीं कर पायी कि घटना स्थल राघोपुर थाना क्षेत्र है या प्रतापगंज थाना क्षेत्र , जिसके चलते पीड़िता को लेकर परिजन दर दर भटकता रहा.
जांच व कार्रवाई की जगह थाना क्षेत्र के सीमांकन में रात से जुटी पुलिस को पीड़िता के दर्द का एहसास नहीं हुआ .
आरोप है कि करीब आधा दर्जन आरोपियों के द्वारा पहले तो इनके साथ लूटपाट किया फिर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया .
बताया गया कि दो सगी बहनें अपने मामा-मामी के साथ मेला देखने जा रही थी इसी दौरान घात लगाए बैठे अपराधियों ने मामा-मामी को बांधने के बाद पहले लूटपाट किया फिर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया जब इस बात का विरोध बड़ी बहन ने किया तो उसे गोली भी मार दिया, जनकारी मिलने के बाद स्थल पर पहुचे लोगों ने गोली लगने के कारण गंभीर रूप घायल बड़ी बहन को अस्पताल पहुचाया जहां उसे बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया है .
इधर थाना क्षेत्र के सीमांकन विवाद के चलते पीड़िता अब महिला थाने पहुंच गयी है जिसे इलाज के लिए पहले सदर अस्पताल भेजा गया है थानाध्यक्ष प्रेमलता भुपास्री ने बताया कि जांच कि जा रही है समुचित कर्रवाई की जाएगी.. .
प्रभाष चंद्रा , बिहार नाउ, सुपौल .