पिछले 24 घंटे मेंं 8 हत्याएँ, बैंक लूट आदि घटनाओं ने सुशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बिहार में पिछले चौबीस घंटे में सूबे में कईआपराधिक घटनाएं दर्ज की गयी। एक दिन में अबतक आठ से अधिक लोगों की हत्या….बैंक लूट….पुलिस पर हमला….फायरिंग….बलात्कार की घटना हुयी।
बिहार सरकार में सहयोगी BJP ने बिहार की कानून व्यवस्था पर पहले ही चिंता जता चुकी थी। पार्टी के कप्तान संजय जायसवाल अपनी दर्द को सार्वजनिक किया है। बीजेपी की सबसे अधिक चिंता अगर किसी इश्यू पर है तो वो है-कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार। बीजेपी का मानना है कि हमारी सरकार की यूएसपी हीं काइम कंट्रोल और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण था। बिहार की सरकार ने इन दो मुद्दों पर बिहार वासियों का दिल जीत लिया था। बीजेपी मानती है कि 2005-2010 के कार्यकाल में सरकार ने इन दो मुद्दों पर बेहतर काम काम किया। उसी का नतीजा था कि कि 2010 के चुनाव में एनडीए गठबंधन तीन-चौथाई से ज्यादा बहुत प्राप्त करने में सफल रहा।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने अपने ब्लॉग में कहा भी है कि याद करें तो 2010 में हुए विधानसभा चुनावों में हम तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत प्राप्त करने में सफल हुए थे। इसके अनेकों कारण थे, पर जो सबसे महत्वपूर्ण कारण था उसमें बिहार की कानून व्यवस्था में हुआ अभूतपूर्व सुधार था। उस समय बिहार की कानून व्यवस्था पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ मानी जा रही थी। साथ हीं उस समय प्रखंडों में आम लोगों के शासन-प्रशासन संबंधी काम आसानी से हो जाते थे।
मतलब साफ है कि बीजेपी नीतीश सरकार के दोनों कामों से खुश नहीं है।जिस काम को लेकर नीतीश सरकार ढ़िंढ़ोरा पिटती है लेकिन वो अपने सहयोगी को हीं लॉ एंड ऑडर्र और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर खुश नहीं कर सकी है।