बिहार में चंद महीनों बाद बिहार विधानसभा चुनाव होना है.ऐसे में तमाम पार्टियां विरोधियों पर प्रहार करने के लिए चुनावी नारों का इजाद कर रहें हैं.. लालू यादव ने नीतीश पर प्रहार करते हुए शनिवार को कहा कि दो हजार बीस, हटाओ नीतीश…जिसके बाद से जेडीयू में खलबली मच गई..और एक के बाद एक नेता आकर लालू पर पलटवार कर रहे हैं…
पहले बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने लालू के नारों का जवाब देते हुए कहा कि दो हजार बीस, फिर से नीतीश…और अब जेडीयू के एक और नेता मैदान में कूद चुकें हैं…
जेडीयू नेता व पूर्व एमएलसी व जिला जदयू बेगुसराय के अध्यक्ष भूमिपाल राय ने कड़ा जबाब दिया है।भूमिपाल राय ने कहा कि लालू के शासन को याद कर आज भी बिहार की जनता सिहर उठती है।उस शासन में अपहरण एक उद्द्योग का रूप ले लिया था।शासन संरक्षित अपराध चरम पर था।शाम होते ही लोग घर मे दुबक जाते थे।लोगो के पास पैसा रहने पर भी गाड़ी नही खरीदा जाता था।मकान नही बनाया जाता था।सत्ता का नंगा खेल इतना भयावह था कि न्यायालय ने टिप्पणी में तत्कालीन सरकार को कठघरे में खड़ा कर जंगलराज का संज्ञा दिया था।
भूमिपाल राय ने कहा कि लालू राज के 15 वर्ष के शासन काल में बिहार की जनता त्राहि त्राहि कर रही थी।लालू यादव के 2020 हटाओ नीतीश के नारों का जवाब दिया है…
धनंजय झा, बिहार नाउ, बेगूसराय…