मोतिहारी के सदर अस्पताल में एक और फर्जी बहाली का खुलासा हुआ है। चार दिन पहले मोतिहारी के स्वास्थ्य महकमे में तीन फर्जी लिपिकों पर प्राथमिकी दर्ज किया गया था। सीएस ने आज तीन और फर्जी स्वास्थ्यकर्मियों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है ।
दरअसल मोतिहारी के सिविलसर्जन को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से तीन लिपिकों का योगदान लेने का निदेशालय के निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर से निर्गत पत्र प्राप्त हुआ था। तीन लिपिकों का योगदान पत्र देख कर सिविलसर्जन को शक हुआ की विभाग में अभी क्लर्कों की बहाली कही हुई नही तो ये योगदान पत्र कैसे निदेशालय से निर्गत हो गया । जिसके बाद मोतिहारी सिविलसर्जन रिजवान अहमद ने योगदान पत्र की संपुष्टि के लिए निदेशालय में भेजा था ।
जब निदेशालय में तीनों लिपिकों के योगदान पत्र पर अधिकारी के हस्ताक्षर को देखा गया तो वो फर्जी साबित हुआ था । निदेशालय में पत्र पहुँचते ही आननफानन में निदेशालय से मोतिहारी के सिविलसर्जन को तीनों लिपिकों के खिलाफ अविलंब एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया था जिसके बाद मोतिहारी के नगर थाना में लिपिक रेणु देवी,पिंकी देवी और रामशंकर दास के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था। अभी इस मामले की चर्चा स्वास्थ्य महकमे में थमा भी नही था कि एक बार फिर से मोतिहारी के सिविलसर्जन को रजिस्टर्ड डाक से दो फैमली प्लांनिग वर्कर और एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का ज्वानिंग लेटर मिला । इस बार भी निदेशालय के निदेशक के हस्ताक्षर वाला ही पत्र सिविलसर्जन को मिला था जिसकी तहकीकात करने पर अवैध बहाली के गोरखधंधा का एक बार फिर से खुलासा हुआ है। मोतिहारी के सिविलसर्जन ने इन तीनो फर्जी ज्वानिंग लेटर वाले लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
विवेक कुमार, बिहार नाउ, मोतिहारी