सहरसा – हर व्यक्ति के शरीर को मृत्युउपरांत नष्ट होना ही पड़ता है। शरीर को अंततः या तो जलाया जाता है, या दफनाया जाता है। अतः हर व्यक्ति को संकल्प लेना चाहिये कि उनके शरीर का हिस्सा उनके जीवन उपरांत भी अन्य शरीर में जीवित रहे।
उक्त बातें दधीचि देहदान समिति, पटना द्वारा समिति के संरक्षक एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास पर आयोजित प्रथम राज्यस्तरीय सम्मेलन में सहरसा जिला के टीम का प्रतिनिधित्व कर लौटे कोशी रक्तदानी महादानी टीम के संस्थापक विष्णु कुमार ने कहा। इस अवसर पर लाजवंती झा, निभा कुमारी, वसुंधरा सिंह, रोटी बैंक सहरसा के रौशन भगत, गणेश भगत, रीना कुमारी, कविता कुमारी, राकेश रंजन, नन्हे सिंह आदि ने सहरसा टीम की तरफ से भाग लिया और सहरसा जिला में नेत्रदान, अंगदान व देहदान के व्यापक प्रचार-प्रसार व जागरूकता हेतु संकल्प लिया। वहीं कोशी जैसे पिछड़े क्षेत्र में रक्तदान एवं पर्यावरण के लिये संकल्पित कोशी रक्तदानी महादानी टीम को संस्कृति फाउंडेशन एवं हेल्पिंग ह्यूमन की तरफ से बिहार रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। ज्ञात हो कि पुरे बिहार में 51 समाजसेवी/संस्था का चयन कर उन्हें बिहार रत्न सम्मान दिया जाता है।
उपरोक्त उपलब्धियों पर दधीचि देहदान समिति सहरसा के संयोजक सुधीर्ण राजहंस, मो0 महताब आरिफ, रौशन झा, मनीष कुमार एवं कोशी रक्तदानी महादानी के अध्यक्ष सुभाष चंद्रा, उदित कुमार, नितेश सिंह, सोनू कुमार, सन्नी श्रीवास्तव, जितेंद्र कुमार, हिमांशु प्रणव, पल्लव कुमार, गगन यादव आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी।
रितेश हन्नी बिहार नाउ सहरसा