हैलो…हैलो.. मैं डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर पाण्डेय बोल रहा हूं…जी श्रीमान…जी श्रीमान फोन पर बोलता हुआ ये शख्स गणेश ततमा पीड़ित चौकीदार हैं….ये चौक गए होंगे ये सुनकर की मैं डीजीपी बिहार बोल रहा हूं…ये इस बात से अंजान होंगे क्या डीजीपी भी एक चौकीदार को फोन कर सकते हैं… लेकिन ये रील नहीं रियल कहानी है…और यहीं इस डीजीपी की असली खासियत भी है…
डीजीपी की नजरों में हर कोई एक समान है… चौकीदार हो या अधिकारी, सिपाही हो या पदाधिकारी हर कोई एक समान है…
अररिया प्रकरण में खबर चलने के बाद डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय खुद पीड़ित चौकीदार को फोन किया… पीड़ित चौकीदार से घटना के संबंध में तमाम सही जानकारियां ली…
इसके बाद डीजीपी ने पीड़ित चौकीदार का हाल क्षेम जानते हुए कहा कि इस घटना से मैं बहुत दुखी हूं.. बहुत परेशान हूं…और मैं आपसे माफ़ी मांगता हूं ..
आपको बता दें कि अररिया प्रकरण में खबर चलने के बाद डीजीपी बहुत गुस्से में थे… उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि एक चौकीदार की भी इज्जत उतनी होती है,जितनी एक पदाधिकारी की होती है… हालांकि इस मामले में एक एएसआई को निलंबित कर दिया गया है..और जिला कृषि पदाधिकारी पर भी गाज गिरना तय है…
ब्यूरो रिपोर्ट बिहार नाउ