बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य विनोद कुमार चौधरी ने कहा है कि कमतौल मध्य विद्यालय कन्या के प्रधानाचार्य स्वर्गीय राम प्रमोद झा के परिवार को तय देय राशि के अतिरिक्त 50 लाख रुपया विशेष मुआवजा के रूप में सरकार को देना चाहिए ।
स्वर्गीय झा का निधन क्वारंटाइन सेंटर के देखरेख के क्रम हुआ था। परिवारिक सूत्रों के हवाले से प्रोफ़ेसर चौधरी ने बताया कि स्वर्गीय झा की मृत्यु जिस समय हुई वे क्वारंटाइन सेंटर में ही काम कर रहे थे।
क्वारंटाइन सेंटर में जिन-जिन शिक्षकों की तैनाती हुई है उनके लिए अलग से सुरक्षा व्यवस्था तक नहीं है जिससे उन में स्वयं भय व्याप्त है।
विनोद चौधरी ने प्रशासन से निवेदन करते हुए कहा कि सेंटर में जो भी शिक्षकों की ड्यूटी लगी है उनके लिए भी सुरक्षा किट उपलब्ध कराया जाए और उनकी अन्य सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाए।
बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडे ने भी सरकार की दोहरी नीति का विरोध किया है उनका मानना है सरकारी आदेश के अनुसार 30% कर्मचारियों की ही ड्यूटी प्रतिदिन लगेगी अपने-अपने अपने स्कूलों में वहीं शिक्षा विभाग ने सारे शिक्षकों को अपने स्कूल में ड्यूटी करने का आदेश जारी किया है।
मामला जो भी हो शिक्षकों की समस्या के समाधान के प्रति जिला प्रशासन को मुस्तैद होना होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट, बिहार नाउ