बिहार की राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है.. रविवार देर रात लोजपा में टूट की खबर हवा में फैलने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में तूफान सा आ गया है… चिराग पासवान की पार्टी लोजपा में टूट की खबर को अलग अलग तरीकों से विश्लेषण किया जा रहा है… हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी इस खबर की नहीं हुई है…
बिहार के राजनीतिक जानकारों का मानना है कि ये नीतीश कुमार का मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है.. वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि ये सिर्फ चिराग पासवान के लिए बड़ा झटका है और बीजेपी जेडीयू की शह पर इसको अंजाम दिया गया है… और यहीं से बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है.इस तरह के तमाम राजनीतिक कयासों ने कई सवालों को जन्म दे दिया है…
भावी समीकरण पर एक नजर :
बिहार से बीजेपी : 17 MP
बिहार से JDU : 16 + 5 (LJP) – 21 MP (संभावित).
यानी बीजेपी से ज्यादा MP की संख्या अब जेडीयू के पास होगी.. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इसी के रास्ते अब जेडीयू नरेंद्र मोदी व अमित शाह के सामने कई बड़ी मांगों को रख सकती है, जिससे राजनीति में असहजता पैदा हो सकती है.. और वहीं से रास्ते बदल सकते हैं.. यानी केंद्र के जरिए बिहार में सियासी खेल संभव हो सकता है ? ..
बिहार से 17 MP वाली पार्टी बीजेपी केंद्र में 3 कैबिनेट मंत्री और 2 राज्य मंत्री के साथ मौजूद है.. ऐसे में अब जेडीयू बीजेपी से ज्यादा MP की संख्याओं वाली पार्टी हो जाएगी…
बता दें कि बिहार में लोजपा में बड़ी बगावत हो गई है.. एलजेपी के 5 सांसदों ने पार्टी से अलग होने का फैसला कर लिया है.. सूत्रों से खबर मिली है कि LJP के 6 में से 5 लोकसभा सांसद में हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता चुना है… पशुपति पारस चिराग पासवान के चाचा हैं.. चिराग पासवान को हटाकर नेता चुनावी जाना बिहार की राजनीति के लिए बड़ी घटना है..
अभिषेक झा,बिहार नाउ
नोट : राजनीतिक विशलेषण के आधार पर ये खबर लिखी गई है.. इसकी कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है…