बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार के दावों के बीच राजधानी पटना में बहुत बड़ा खुलासा सामने आया है… पटना में बने हजारों कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स को लेकर जो चौकानें वाले आकंड़े सामने आए हैं, वो न सिर्फ सरकार की भ्रष्टाचार की दावों की हवा निकाल दी है, बल्कि जान माल का भी खतरा हो सकता है…
पटना हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट मणिभूषण सेंगर ने डीजी(फायर सर्विस), बिहार से सूचना का अधिकार के तहत ये आंकड़ा मांगा कि राजधानी पटना में कुल कितने कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स हैं और कितने के पास फायर सेफ्टी के तहत NOC प्राप्त हैं… लेकिन संबंधित विभाग से जो आंकड़े एडवोकेट मणिभूषण सेंगर को प्राप्त हुआ, वो काफी चौंकाने वाला है..
एडवोकेट मणिभूषण सेंगर ने बताया कि पटना में सिर्फ 12 कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स को फायर सेफ्टी के तहत NOC प्राप्त है और 51 कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स को औपबंधिक NOC प्राप्त है .. जबकि पटना में हजारों व्यवसायिक भवन बना हुआ है …
मणिभूषण सेंगर ने कहा कि इसके आधार पर पटना में हजारों व्यवसायिक भवन अवैध है और इससे जान माल का भी खतरा हो सकता है.. साथ ही उन्होंने इसके लिए सवाल खड़े किए हैं आखिर इतने व्यवसायिक भवन बिना फायर सेफ्टी के NOC के कैसे बने ? आखिर इस भ्रष्टाचार व लापरवाही के लिए कौन जिम्मेवार है ?…
सीनियर एडवोकेट मणिभूषण सेंगर ने इस सिलसिले को लेकर आज पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर जांच टीम गठित कर निष्पक्ष जाँच सहित दोषियों पर कार्रवाई की बातें रखी …