दरभंगा : डीएमसी एलुमनी एसोसिएशन द्वारा डॉ भरत प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित एक आपात बैठक में डीएमसी के विकास के लिए बिहार सरकार के प्रयास और केंद्र सरकार द्वारा शोभन में एम्स के लिए आवंटित भूमि पर टेक्निकल ग्राउंड पर असहमति देने पर विचार किया गया ..
संगठन के सचिव डॉ रमण कुमार वर्मा ने स्पष्ट किया कि डीएमसी एल्यूमिनी एसोसिएशन एक विशुद्ध गैर-राजनीतिक संगठन है और चिकित्सा क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए कटिबद्ध है। सबसे पहले अध्यक्ष डॉ भरत प्रसाद ने डीएमसीएच को आधुनिक सुख सुविधाओं के साथ 2500 शय्या वाले अस्पताल के रूप में विकसित करने के बिहार सरकार के निर्णय का स्वागत किया। डॉक्टर रमन कुमार वर्मा ने कहा भवन निर्माण की तकनीक काफी विकसित हो गई है। सिंगापुर का एक तिहाई क्षेत्र समुद्र को भर कर निर्मित किया गया है।
समुद्र के अंदर शहर बसाया जा रहे हैं। पुल तो नदी के ऊपर ही बनाए जाते हैं। अगर दरभंगा शहर की ही बात करें तो शहर में बहुत सारे नए भवन तालाब को भर निर्मित किए गए हैं जो व्यवसायिक और गैर व्यवसाय में लिए जा रहे हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए एम्स के लिए शोभन में चिन्हित जमीन पर विवाद खड़ा करना कतई उचित नहीं है।
डॉक्टर ओम प्रकाश ने सूचित किया कि उस समय एम्स के लिए प्रस्तावित डीएमसीएच की जमीन की भराठ के लिए शोभन की उसी जमीन से मिट्टी काटकर लाकर भरा गया था। उस समय इस मिट्टी की क्वालिटी पर कोई आपत्ति किसी भी पक्ष के द्वारा दर्ज नहीं की गई थी। डॉ सुशील कुमार ने कहा कि शोभन में एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन पर तकनीकी आधार पर विवाद खड़ा करने से एक क्षेत्र के विकास की सारी संभावनाएं समाप्त हो जा रही हैं….
डीएमसी एलुमनी एसोसिएशन के सदस्यों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर दरभंगा में ही एम्स के निर्माण के लिए बिहार सरकार द्वारा स्वीकृत जमीन पर एम्स के निर्माण की मांग की। उन्होंने एम्स को दरभंगा से अन्यत्र स्थानांतरित करने का पुरजोर विरोध किया। साथ ही डीएमसीएच को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने के प्रयासों का पुरजोर स्वागत किया।
प्रस्ताव में दरभंगा में ही एम्स का यथाशीघ्र निर्माण और बिहार सरकार द्वारा घोषित दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नवीकरण को यथाशीघ्र जमीन पर उतारने की मांग की गई। संगठन सचिव डॉक्टर रमन कुमार वर्मा ने कहा स्वास्थ्य संबंधित कार्य में राजनीति की गुंजाइश नही है। उन्होंने कहा एल्यूमिनी एसोसिएशन को केंद्र और राज्य सरकार दोनों की मंशा पर किसी प्रकार का संदेह नहीं है। हम आशा करते हैं दोनों सरकारें मिलकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एम्स को दरभंगा में नए परिवेश के साथ दरभंगा की जनता की सेवा में यथाशीघ्र लाएँगी।
मीटिंग में डॉक्टर भरत प्रसाद और डॉक्टर रमन वर्मा के अतिरिक्त डॉक्टर सुशील कुमार, डॉक्टर ओम प्रकाश, डॉ नवल किशोर साहू, डॉक्टर भरत कुमार, डॉ गौरीशंकर झा, डॉ शीला कुमारी साहू, डॉ हरि दामोदर सिंह इत्यादि सदस्यों ने भाग लिया।