बिहार में सियासी हलचल के बीच सरकार का एक कारनामा फिर चर्चा का विषय बना हुआ है… पथ निर्माण विभाग की ओर से किए गए तबादले ने सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है … भागलपुर के 1700 करोड़ के अगवानी पुल धाराशायी मामले में सवालों के घेरे में आए पुल निगम के तत्कालीन एमडी नीरज सक्सेना को विभाग ने निगरानी विभाग के चीफ इंजीनियर के पद पर पोस्टिंग कर दिया है…
वही इस मामले को लेकर विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने सरकार को घेरा है … विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि सरकार बिल्ली को दूध का रखवाला बना दी है… विजय सिन्हा ने करारा हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार सिर्फ घूसखोरी और विभागीय भ्रष्टाचार का उद्योग बनकर रह गया है…
विजय सिन्हा ने नीरज सक्सेना के तबादले पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि जो 1700 सौ करोड़ के निर्माणाधीन पुल धाराशायी मामले के तत्कालीन एमडी रहे, जो सवालों के घेरे में हैं, उनको कैसे और किस परिस्थिति में निगरानी विभाग का चीफ इंजीनियर बनाया गया है …
विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा उप मुख्यमंत्री विदेश घूम रहे हैं और मुख्यमंत्री जी राजनीतिक अस्थिरता की वजह से कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं और यही बिहार की जनता के लिए सबसे बड़ा बर्बादी का मुख्य कारण है..