मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में मधुबनी का एक फरियादी पहुंचा. वह स्यूलिस गेट बनाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचा था. शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने पहले जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया. फोन लगाकर कहा कि आपके बगल में कौन बैठे हुए हैं.
फिर विभाग के मंत्री संजय झा और अपर मुख्य सचिव दोनों को बुलाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखिए, आपके ही जिला से है. काहे नहीं करवा देते हैं…इस पर संजय झा ने कहा कि हमारे पास नहीं आया है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि फरियादी आपके पास जा रहा है. दिखवा लीजिए.
सहरसा के आए एक युवक ने जनता दरबार की सच्चाई की पोल खोल कर रखी दी. फरियादी ने कहा कि हमारे भाई इसी समस्या को लेकर 11 अप्रैल 2022 को आये थे. तब आपने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया था. यह सुनकर मुख्यमंत्री आश्चर्य में पड़ गए. फिर कहा कि फोन लगाओ.
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया गया. फोन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिरिक्त प्रा. स्वास्थ्य केंद्र निर्माण को लेकर पिछली दफे भी जनता दरबार में इसका भाई आया था. कोई कार्रवाई नहीं हुई. अधिकारी ने जवाब दिया कि जिस जगह पर निर्माण होना है
वहां पर कोर्ट ने रोक लगा दी है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट ने क्यों रोक लगाया है, समझा दीजिए या फिर दूसरा कोई विकल्प देखिए. फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने प्रधान सचिव को बुलाया और कहा कि इसको देखिए…