महिला को मिला नवजात शिशु, बच्चे को खरीदने के लिए एक लाख रुपए तक की लगी बोली
सूचना पर पहुंची चाइल्डलाइन महिला कर्मी के साथ हुई बदसलूकी, हसनपुर पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
डीजीपी के पहल के बाद फिलहाल चाइल्डलाइन को सौंपा गया बच्चा, एंट्री के बाद महिला को दिया जाएगा
रोसड़ा अनुमंडल अंतर्गत हसनपुर प्रखंड के देवधा पंचायत वार्ड नंबर-03 में नरेश ठाकुर पिता रामचंद्र ठाकुर पत्नी क्रांति देवी ने अहले सुबह 5 बजे शौच जाने के क्रम में एक नवजात शिशु को देखा, जो लड़का है। अगल-बगल के साथ में जा रहे लोगों ने उक्त नवजात शिशु को देखा और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई इस नवजात बच्चे को देखने के लिए। बताया जाता है कि इस बच्चे को अपनाने के लिए लोगों ने पांच हजार रुपए से लेकर एक लाखों रुपए तक की कीमत लगानी शुरू कर दी। बच्चे को बेचने के लिए डाक बोली शुरू हो गई
मामले की जानकारी होने के बाद जब मीडिया कर्मी देवधा निवासी क्रांति देवी के यहां पहुंचे तो मीडिया कर्मियों को नवजात शिशु की तस्वीर खींचने और वीडियो बनाने से रोक दिया गया। जिसके बाद ग्रामीणों एवं मीडिया कर्मियों ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी गई। जिसके बाद चाइल्ड लाइन से जुड़े हेमलता कुमारी और ओम प्रकाश राय देवधा गांव पहुंचे। उन्होंने बच्चे को चाइल्ड लाइन समस्तीपुर के हवाले करने को कहा तो उन्हें क्रांति देवी ने खदेड़ कर भगा दिया। जिसके बाद चाइल्ड लाइन की हेमलता कुमारी ने थाना अध्यक्ष हसनपुर पंकज कुमार से संपर्क कर मामले की जानकारी दी। जिसके बाद दुधपुरा कैंप से संपर्क किया गया। जिसके बाद एसआई जीतू यादव ने मामले के जगह पर पहुंचकर गांव के सरपंच सुनैना देवी और उनके पति जो सरपंच के प्रतिनिधि हैं अरुण साह के साथ उन्होंने बच्चे को चाइल्ड लाइन में देने को कहा। क्रांति देवी ने बच्चा देने से साफ इनकार कर दिया और हेल्पलाइन से आई हेमलता कुमारी के साथ उनके शरारती तत्वों द्वारा अभद्र तरीके से व्यवहार भी किया गया।
जिसकी सूचना उन्होंने बाल कल्याण समिति समस्तीपुर को दी। बावजूद इसके महिला नवजात शिशु को देने से इनकार कर रही थी। मामला सुलझते ना देख इस घटना की जानकारी हसनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी दुनिया लाल यादव को दी गई। उन्होंने तत्काल पंचायत सेवक राजेंद्र यादव को देवधा गांव भेजा। जिसके बाद भी बात नहीं बनी। इस संदर्भ में अनुमंडल पदाधिकारी बृजेश कुमार को सूचना दी गई। उन्होंने हसनपुर थाना एवं बीडीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। लेकिन महिला टस से मस नहीं हो रही थी। इसके बाद जिला मुख्यालय डीएसपी को इसकी सूचना दी गई,
लेकिन फिर भी हसनपुर पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय लोगों और हेमलता कुमारी ने भी डीजीपी पटना से इस बात की शिकायत की तो पुलिस हरकत में आई। ग्रामीण प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि ऐसे लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कीजिए तथा महिला पुलिस को बुलाकर क्रांति देवी को गिरफ्तार किया जाए। अपने को फंसता हुआ देख क्रांति देवी ने चाइल्ड लाइन में अपना और बच्चे के बारे में जानकारी एंट्री करवाकर अपने पास रखने को राजी हुई। जिसका लोगों ने भी समर्थन किया। वर्तमान में बच्चे का इलाज समस्तीपुर चाइल्ड लाइन में हो रहा है। लेकिन उकसाने वाले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हेमलता के द्वारा उसे सुरक्षा हेतु चाइल्ड लाइन समस्तीपुर भेज दिया गया है।
एस के गुड्डू के साथ अफरोज आलम, रोकड़ा, बिहार नाउ