बी एन सिंह पप्पन,कोसी ब्यूरो हेड, बिहार नाउ
सहरसा : एक तरफ जहां स्वतंत्रता दिवस की तैयारी में जिले के आम जन से लेकर अधिकारी तक लगे थे वही कोशी में लगातार पानी बृद्धि से जिला पदाधिकारी ने बाढ़ के आशंका को देखते हुए रेड एलर्ट घोषित कर नींद हराम कर दिया है। यहां तक कि जिले के सभी कर्मचारी एवं पदाधिकारी के अवकाश को रद्द करते हुए अपने मुख्यालय में रहने का आदेश जारी किया है ।
जिला पदाधिकारी ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि कोशी बैराज वीरपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार लगभग 462345 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण जिले में बाढ़ की स्थिति अत्पन्न हो गई हैं।
बाढ़ आने की स्थति में राहत एवं बचाव कार्य हेतु जिले के सभी कर्मी/ पदाधिकारी से सेवा ली जा सकती है। अतः आज दिनांक 14.08.2023 से अगले आदेश तक जिले के सभी कर्मी/ पदाधिकारी (नियमित / संविदा) का अवकाश रद्द किया जाता है तथा निदेश दिया जाता है कि बिना अधोहस्ताक्षरी के आदेश के मुख्यालय नहीं छोड़ेगे।
कोसी के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है। जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने विशेषकर नवहट्ठा, महिषी, सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ प्रखंड अन्तर्गत तटबंध के अंदर बसे लोगों को तत्काल अति सुरक्षित एवं उँचे स्थल पर आश्रय लेने का आग्रह किया गया है।
उन्होंने बताया कि सोमवार की संध्या तक पानी के विभिन्न जगहों पर फैल जाने की संभावनाएं को देखते हुए लोगों को शीघ्र उँचे सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की अपील की जा रही है।
462500 क्यूसेक पानी कोशी बराज से डिस्चार्ज की सूचना है।
आज शाम 03 बजे के बाद पानी मे बढ़ोतरी होगी। रात 10 से 12 बजे तक अधिकतम जल स्तर रहेगा। यह स्थिति रात भर बनी रहेगी। कल सुबह 09 बजे के बाद जल स्तर में कमी आ सकती है परन्तु यह भी 370000 क्यूसेक से अधिक का डिस्चार्ज रहेगा।
वहीं कोसी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सुपौल में तटबंध के अंदर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है ताकि कोसी तटबंध के अंदर में जो लोग फंसे सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
कोसी नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के बाद सदर प्रखंड के बेरिया मंच के समीप एनडीआरएफ की टीम पहुंचकर कोसी तटबंध के अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में जुट गई हैं।
बताया जा रहा है कि मौके पर एनडीआरएफ की 4 टीम लगाई गई है जो तटबंध के अंदर फंसे लोगों को बाहर तटबंध पर ला रही है।इसको लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं, चुकी कोसी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।
ऐसे में तटबंध के अंदर रह रहे सैकड़ों लोगों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जो लोग नहीं निकल पाते हैं उन लोगों को निकालने के लिए प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को लगाया है।