दरभंगा: अलीनगर के बीजेपी विधायक मिश्रीलाल यादव को जान का खतरा है. सबसे बड़ी बात है कि उन्होंने हत्या की साजिश करने का आरोप अपनी ही पार्टी के मधुबनी से सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव और विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा पर लगाया है.
पचाढ़ी स्थान के महंत राम उदित दास उर्फ मौन बाबा को भी आरोपित किया गया है. इस पूरे मामले में 31 नामजद और 60 से 70 अज्ञात लोगों पर रैयाम थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
दो अगस्त को थाने में इस संबंध में आवेदन दिया गया है. अब जाकर मामला सामने आया है. मिश्रीलाल यादव ने आवेदन में जिक्र किया है कि वो सुबह में टहलकर दुकान पर चाय पीने के लिए बैठे थे.
इसी दौरान उन्हें यह पता चला कि दर्जनों लोग उन्हें जान से मारने के लिए आ रहे हैं. इसके बाद वे चाय की दुकान से भाग गए. इस बात का भी जिक्र किया है कि ये सभी लोग उनके पुत्र की भी हत्या करवाना चाहते हैं…
इस संबंध में बीजेपी सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव ने कहा कि दो अगस्त को थाने में आवेदन दिया गया था. उस समय वे संसद की कार्यवाही में शामिल होने के लिए दिल्ली में थे. केस नौ अगस्त को दर्ज हुआ.उस दिन भी वे दिल्ली में ही थे. पुलिस ने मुझसे बात नहीं की और एफआईआर दर्ज कर ली. जो भी आरोप लगा है वो निराधार है.
केवटी से बीजेपी के विधायक डॉ. मुरारी मोहन झा ने भी इस पूरे मामले में सफाई दी. उन्होंने कहा कि 18 जुलाई को ऑपरेशन कराने के लिए दिल्ली गए थे. वहां से चार अगस्त को दरभंगा लौटे. विधायक मिश्रीलाल यादव का आरोप गलत है.
इस संबंध में रैयाम थानाध्यक्ष विनय कुमार ने बताया कि दो अगस्त की शाम को आवेदन मिला था. पदाधिकारी को जांच के लिए आवेदन दिया गया तो कुछ बातें सत्य पाई गईं. इसके बाद वरीय पदाधिकारी के आदेश पर प्राथमिक दर्ज की गई है.