नेपाल में शुक्रवार रात 11:32 बजे 6.4 तीव्रता का भूकंप • आया। इसमें 141 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई हैं। नेपाल में दो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इनमें रुकुम पश्चिम में 36 और 105 लोगों ने जाजरकोट में जान गंवाई।
केंद्र काठमांडू से 331 किमी उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। DIG कुवेर कडायतेन ने मौतों की पुष्टि की है। काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, भूकंप में अब तक 140 लोगों के घायल होने की खबर है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड हालात का जायजा लेने जाजरकोट जा रहे हैं।
भूकंप का असर भारत में भी देखने को मिला। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में झटके महसूस किए गए। भारत में भूकंप से अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
नेपाल के PM पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीनों सिक्योरिटी एजेंसियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटने के निर्देश दिए हैं। वहीं PM मोदी ने भी नेपाल के भूकंप मरने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्ति की हैं। उन्होंने मुश्किल घड़ी में नेपाल की मदद करने का भरोसा जताया।
बिहार में पटना समेत आरा, दरभंगा, गया, वैशाली, खगड़िया, सिवान, बेतिया, बक्सर, बगहा, नालंदा, नवादा 11 जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप के दौरान धरती करीब एक मिनट तक धरती हिलती रही।
कई आफ्टर शॉक्स भी महसूस किए गए। सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल और दरभंगा के कुछ हिस्से जोन 5 में आते हैं, जो बेहद खतरनाक हैं। राजधानी पटना सहित बिहार के बाकी हिस्से जोन 4 में आते हैं, जहां भूकंप का खतरा कम रहता है