बेगूसराय : अपने पांच दिवसीय दौरे पर बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह एक बार फिर विपक्ष पर पूरी तरह हमलावर है और इसी कड़ी में उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर विपक्ष की आलोचना की है ।
हाल की घटनाओं में औरंगाबाद के हासपुर में मंदिर के सामने गो माँस टांगने को लेकर गिरिराज सिंह ने सीधे-सीधे बिहार सरकार को घेरते हुए कहा है कि यही बात अगर किसी मस्जिद के समक्ष सूअर को टांग दिया जाता तब बिहार सरकार एवं नीतीश लालू के नुमाइंदे हो हल्ला करते लेकिन क्योंकि मंदिर के सामने ऐसी हरकत को अंजाम दिया गया है इसलिए नीतीश लालू चुप है तो वही तेजस्वी की भी जुबान नहीं खुल रही।
यह लोग बिहार में सरिया कानून के साथ-साथ सनातन को खत्म करने की साजिश में जुटे हुए हैं। वहीं तमिलनाडु में मजदूरों के संबंध में डीएमके के द्वारा अपमानजनक बातें कहने को लेकर उन्होंने कहा है कि बिहार के लोग अपना श्रमदान देने किसी अन्य प्रदेश जाते हैं और वहां की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में अपना योगदान देते हैं लेकिन यह कांग्रेस के समर्थित जितने लोग हैं वह बिहारी का अपमान करने से बाज नही आते और राहुल गांधी की भी जुबान बंद है ।
वहीं उन्होंने सैनिकों पर आतंकवादी हमले के आलोक में फारूक अब्दुल्ला के द्वारा दिए गए बयान को शर्मनाक बताते हुए कहा है कि यह भाजपा की सरकार है अब वहां फारूक अब्दुल्ला की सरकार नहीं चल रही और जिन्होंने भी ऐसे कुकृत्य किया है उन्हें सजा दिलाई जाएगी। एक समय वह था जब फारूक अब्दुल्ला के शासनकाल में एसपी की हत्या कर दी गई थी आज फारूक अब्दुल्ला बतांबे कि वह आम लोग के द्वारा हत्या की गई थी या हत्या करने वाले लोग आतंकवादी थे। जिन्होंने भी ऐसे काम किए हैं वह आतंकवादी ही है और उन पर करी से करी कार्रवाई की जाएगी। पत्रकारों के द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव तक बिहार में जितनी है हेकड़ी करनी हो जदयू कर ले क्योंकि आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है ।
जनता मोदी की गारंटी वाली सरकार ही चाहती है और निश्चित रूप से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं जदयू की मुश्किलें आने वाले समय में बढ़ाने वाली है। वहीं उन्होंने राम मंदिर उद्घाटन समारोह में सपा को नहीं बुलाने के मामले में कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है लेकिन अगर मंदिर न्यास बोर्ड के सदस्यों ने सपा के सदस्यों को नहीं बुलाया है तो कहीं नहीं कहीं उनके मन में अभी भी यह मलाल है की राम भक्तों पर सपा की सरकार ने ही गोली चलवाई थी और निश्चित रूप से न्यास बोर्ड के सदस्यों को उन्हें नहीं बुलाना चाहिए।
गौरतलब है कि गिरिराज सिंह अपने पांच दिवसीय दौरे पर बेगूसराय में है जहां वह आम लोगों से भी मुलाकात कर रहे हैं तथा क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं ।