बिहार में 12 तारीख को बनी नई एनडीए सरकार को बिहार विधानसभा में बहुमत साबित करना है । मगर उसके पहले लगातार राजद की तरफ से खेला होने का दावा किया जा रहा है ।
एक तरफ जहां बीजेपी और जेडीयू लगातार कह रही है की खेल तो हो गया और लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों को लगातार केंद्रीय केंद्रीय एजेंसी अपने निशाने पर ले रही हैं । तब वही राजद विधायक भाई वीरेंद्र कह रहे हैं की पर्दे में रहने दो पर्दा ना उठाओ पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा ।
12 तारीख को बिहार विधानसभा में एनडीए को बहुमत साबित करनी है मगर उसके पहले ही खेला हो जाएगा । आप ही बताइए कि आखिर नीतीश कुमार 12 तारीख के पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने क्यों पहुंचे ? उन्हें डर है की उनके द्वारा बार-बार पलटने से उनके विधायक काफी नाराज हैं ।
विधायक आखिर चुन के क्यों आते हैं, ताकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र का काम कर सकें । मगर नीतीश कुमार के सत्ता में बने रहने की ललक ने ने पिछले 5 सालों में कोई भी डेवलपमेंट का काम नहीं किया इसी से नाराज होकर उनके विधायक आने वाले दिनों में हमारे साथ आ जाएंगे और वह मुंह देखते रहेंगे ।