बेगूसराय में एचएम प्रोन्नति के आरोप में फंसे मध्य विद्यालय रतौली के प्रधानाध्यापक को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित करने का मामला तूल पकड़ने लगा है।
इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष बुधवार को विरोध दर्ज किया गया। पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने बताया कि विद्यार्थी परिषद रतौली मध्य विद्यालय को मिले सम्मान का समर्थन करती है। लेकिन उसके जिन एचएम पर फर्जी डिग्री देकर एचएम बनने का आरोप है, उसे क्यों सम्मानित किया गया।
इससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे व्यक्ति को सम्मानित कर बचाव किया जा रहा है। 2016 में एचएम घोटाला हुआ था तो तत्कालीन जिला पदाधिकारी द्वारा इसकी जांच कराई गई। इसी के चलते तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित होना पड़ा था।
एक जिला पदाधिकारी द्वारा जिस एचएम को जांच में दोषी पाया जाता है, वहीं दूसरे जिला पदाधिकारी के द्वारा उसे सम्मानित कराया जाता है। एचएम घोटाला के आरोपी प्रधानाध्यापक पर अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है।
जबकि बार-बार पटना से शिक्षा विभाग कार्यालय द्वारा दोषी एचएम पर कार्रवाई करने की बात कही जाती है। भ्रष्टाचार के आरोपी जितने भी एचएम हैं उन पर करवाई हो। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राहुल कुमार सोनू, जी डी कॉलेज अध्यक्ष बंटी गौतम, एसबीएसएस कॉलेज अध्यक्ष आजाद कुमार भी शामिल थे।
वीरेंद्र कुमार, बिहार नाउ, बेगूसराय