बिहार नाउ डेस्क. उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति, लोकसभा अध्यक्ष, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और आचार समिति के अध्यक्ष को जेल में बंद अनंत सिंह के वकील ज्ञानेश्वर मिश्रा ने पत्र देकर ASP लिपि सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. दरअसल, अनंत सिंह के वकील ने मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा के महासचिव को पत्र भेजकर एमपी कार पार्किंग लेबल और कार का कथित दुरुपयोग के मामले में हुई लापरवाही की जांच करने की मांग की है.
वकील ज्ञानेश्वर मिश्रा ने आरोप लगाया है कि पंजीकरण संख्या BR01PF1341 (टाटा सफारी स्टॉर्म) वाली गाड़ी बिहार के जेडीयू MLC डॉ रणवीर नंदन के नाम पर पंजीकृत है जो सांसद नहीं हैं. अनंत सिंह के वकील ने आगे लिखा है कि वर्तमान घटना सुरक्षा के गंभीर उल्लंघन का एक मामला है. संसद सदस्य के पास कार नहीं है, जिसे पार्किंग लेबल के साथ जारी किया गया है. यह संबंधित सांसद और संबंधित अधिकारी के अनैतिक और अवांछित दृष्टिकोण को इंगित करता है. इन सब के बीच चर्चा में आईं बाढ़ की ASP लिपि सिंह, दरअसल अनंत सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर लेने के लिए सांसद के स्टिकर लगी गाड़ी से कोर्ट पहुंची थीं.
बहरहाल, पत्र में लोकसभा और राज्यसभा की वेबसाइट पर उपलब्ध दिशा निर्देशों को भी बताया गया है. इसके अनुसार, MP कार पार्किंग लेबल जारी करने से जुड़ी शर्तें इस प्रकार हैं. संसद सदस्य को वाहन का मेक और पंजीकरण संख्या प्रदान करने की आवश्यकता होती है. वाहन को संसद सदस्य के नाम पर या उसके जीवनसाथी के नाम पर पंजीकृत होना चाहिए. वाहन के पंजीकरण प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी सबूत के रूप में प्रदान की जाती है. एक उपक्रम पर हस्ताक्षर किए जाते हैं कि वाहन संसद सदस्य या उसके जीवन साथी के नाम पर पंजीकृत है और उसी का उपयोग विशेष रूप से संसद सदस्य द्वारा किया जाएगा. वह पार्किंग लेबल के किसी भी दुरुपयोग के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होगा.