BMP जवान के कार्यशैली पर उठने लगे सवाल…
कैदी के खोज में जुटी सहरसा जेल प्रसाशन व पुलिस प्रसाशन..
सहरसा मंडल कारा से इलाज के लिए भेजे गए कैदी सदर अस्पताल सहरसा के आपात कालीन कक्ष से फड़ार के बाद जेल प्रसाशन एवं पुलिस प्रसाशन में हड़कम्प मच गया है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार गुरुवार को लगभग चार बजे शाम में सहरसा मण्डल कारा से विचाराधीन कैदी मो नौसाद को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया था। कैदी नौसाद को तीन महिला बी एम पी एवं एक पुरुष बी एम पी जवान के अभिरक्षा में भेजा गया था। अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में डॉक्टर ने विभागीय प्रक्रिया पूरा करते हुए इलाज शुरू कर उसे इम्सर्जेंसी वार्ड के ग्यारह नम्बर सीट पर बी एमपी जवान को रखने को कहा। नौसाद को वहां सुई एवं दवा भी दिया गया। इसी बीच बी एम पी जवान कैदी को ग्यारह नम्बर बेड पर छोड़ अस्पताल परिसर में कही चला गया।
मौका का फायदा उठाकर लगभग आठ बजे रात में कैदी बेड से सटे खिड़की से फड़ार हो गया।जब बी एम पी जवान कैदी के हालत को देखने उसके बेड पर पहुचा तो उसे गायब देख हैरान रह गया।
इस घटना के सम्बंध में जवानों ने जेल प्रसाशन को सूचना दिया।सूचना पाकर कारा अधीक्षक अस्पताल पहुचकर घटना से अबगत हुए।जेलर ने सदर थाना को सूचित किया।
आठ बजे रात के बाद जेल प्रसाशन व पुलिस प्रसाशन में बिचाराधीन कैदी नौसाद के गिरफ्तारी हेतु कोहराम मच गया है।समाचार लिखे जाने तक कैदी नौसाद पुलिस के गिरफ्त में नही आ सका है।
जेल सूत्रों के अनुसार कैदी नौसाद को कुछ दिन पूर्व कटिहार मण्डल करा से सहरसा मण्डल कारा भेजा गया था।
वह मधेपुरा जिले के सिंघेश्वर का रहने वाला है।आज अचानक उसका तबियत खराब हो गया तत्काल जेल अस्पताल में प्रारम्भिक इलाज कर जेल के डॉक्टर ने बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल रेफर कर दिया ।
4 बजे 4 बीएमपी पुलिस जवान के अभिरक्षा में सदर अस्पताल लाया गया ,जहाँ से इलाज के दौरान फड़ार हो गया.
इस घटना के बाद बी एम पी जवान के कार्यशैली पर सवाल उठना शुरू हो गया है । कैदी के इलाज कराने एवं उसपर विशेष चौकसी बरतने के लिये चार जवान तैनात किया गया था। सभी चारों जवान कैदी को छोड़ कहां गयाब हो गए जिसके कारण उसे भागने का मौका मिला । समाचार लिखे जाने तक सदर थाना में जेल प्रसाशन की ओर से लिखित आवेदन नही भेजा गया है।
इस घटना से साफ स्पष्ट नजर आ रहा है कि बिहार की पुलिस चाहे जो विंग हो अपने कर्तब्य के प्रति कितना मुस्तेद है ?
बी एन सिंह पप्पन, क्राइम रिपोर्टर , बिहार नाउ, सहरसा