सहरसा – कोसी इलाके में गाँधी के नाम से जाने वाले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व महिषी विधानसभा से राजद के विधायक अब्दुल गफूर की मौत ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। लंबी बीमारी से जूझते हुए उनकी मौत दिल्ली के एम्स में हुई।
मौत की खबर के बाद पूरे कोसी समेत उनके पैतृक गांव में शोक की लहर दौर पड़ी। देर रात उनका पार्थिब शरीर तिरंगों से लपटा हुआ उनके पैतृक गांव महिषी प्रखंड के बहुरबा पहुंचा। जिला समेत कोसी के लोगों का उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। उनके अंतिम दर्शन के लिए आरजेडी समेत कई पार्टियों के नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों का उनके गांव बहुरबा पहुंचे।
अब्दुल गफूर मृदभाषी व मिलनसार स्वभाव के थे। उन्होंने अपने राजनीति जीवनकाल में सभी समुदाय के लोगों के बीच अपनी खास पहचान बनायें। इसलिए इनकी मौत के खबर के बाद से ही सभी समुदाय के लोग उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन को लेकर रात से ही पलके बिछाये इंतजार कर रहे थे। आज दिन के दो बजे राजकीय सम्मान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सुपुर्द ए खाख हुए पूर्व मंत्री अब्दुल गफूर। जिला के जिलाधिकारी शैलजा शर्मा, पुलिस कप्तान राकेश कुमार सहित मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद दिनेश चन्द्र यादव उनके पैतृक गांव पहुंचकर श्रधांजलि अर्पित की। मौके पर राजद समेत कई पार्टी के नेता मौजूद रहे।
रितेश हन्नी, बिहार नाउ , सहरसा