कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए बिहार सरकार हर वह ठोस कदम उठा रही है जिससे इस वायरस के प्रभाव को खत्म किया जा सके। प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार की शाम को यह जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साझा की।
प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि बेगूसराय में कुछ केस आये हैं जिसमे हमलोग उसके इंफेक्शन ट्रेल है उसको हमलोग बैकवर्ड वर्कआउट कर रहे हैं और नवादा में भी दो ऐसे केस है जिनका भी हम बैकवर्ड ट्रेल कर रहे हैं, दो तीन दिनों से इस बिंदु पर लगातार चर्चा हो रही थी
मुख्यमंत्री के स्तर पर और मुख्य सचिव के स्तर पर भी आगे की क्या रणनीति होगी इसपर काफी व्यापक चर्चा हुई और निर्णय यह लिया गया है कि 16 तारीख से हमलोग पल्स पोलियो के तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराएंगे, कुछ जिले ही ऐसे हैं जिनमे हम इस अभियान को चलायेंगे जिन जिलों में सिवान, बेगूसराय,नवादा और नालंदा शामिल हैं।।
इसके अतिरिक्त जो हर 66 केस हुए हैं उस केस में जहां जहां भी हुए हैं उसे हम एपी सेंटर मान रहे हैं और उसके 3 किमी के रेडियस में जितने भी घर हैं उन सभी घरों में भी डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराई जायेगी…
इसके बाद जितने लोग भी 1 मार्च से 23 मार्च के बीच विदेश से आये हैं राज्य में उन सभी के गाँव के हर एक घर को स्क्रीन किया जाना है, ये हमारी रणनीति है और हमने जो कैलकुलेट किया है इसमे लगभग 8 हजार ऐसे गांव है जिसको हम स्क्रिन करेंगे ये प्रारंभिक आंकड़ा है इसमे थोड़ा घट बढ़ भी सकता है गाँवो की संख्या लेकिन जो प्रथम में पाया गया उसमे 8 हजार ही ऐसे गाँव हैं।
महीप राज, बिहार नाउ, पटना