कोरोना संकट के बीच बिहार में सियासी वार पलटवार भी जारी है.. कांग्रेस MLA और MLC के एक माह का वेतन राहत कोष में जमा न करने को लेकर सुशील मोदी के ट्वीट के बाद कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर सुशील मोदी को घेर लिया है…
कांग्रेस विधान परिषद सदस्य प्रेम चंद्र मिश्रा ने आज उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी के द्वारा किये गए ट्वीट को सफेद झूठ बताते हुए उन्हें चुनोउती दी है कि वे साबित करें कि कांग्रेस MLA, MLC ने अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा नही किया है अन्यथा उन्हें तत्काल कांग्रेस नेताओं से मांफ मांगनी चाहिए।
उन्होंने सुशील मोदी पे लगातार झूठे और आधारहीन बयान और ट्वीट करने का आरोप लगाते हुए उन्हें राज्य का सबसे बड़ा झूठ बोलने वाला नेता की संज्ञा दी और कहा कि मैंने 30 मार्च को तथा उस से पहले ही कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता श्री सदानंद सिंह और प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन मोहन झा ने कोरोना संक्रमण से लड़ने हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना एक माह का वेतन जमा कर दिया और इसका प्रमाण हमारे पास है, इ
अतिरिक्त कांग्रेस के सभी विधायकों ने भी ना सिर्फ अपना वेतन दिया बल्कि सभी ने कोरोना उन्मूलन फंड में भी अपने ऐक्चिक कोष से 50 लाख का योगदान दिया उसके बाद अगर उप मुख्यमंत्री इस सम्बंध में झूठा बयान और ट्वीट करते हैं तो मुख्यमंत्री सचिवालय को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया कि महामारी से लड़ने के समय किसी के भी योगदान को सिरे से नकारने वाले उप मुख्यमंत्री को नसीहत दें कि ऐसा कोई बयान ना दें जिस से सरकार की छवि और मंशा दोनो खराब हो जाये।
ब्यूरो रिपोर्ट बिहार नाउ