दरभंगा: विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन, दरभंगा इकाई के तत्वावधान में मुहल्ला जुरावन सिंह में यूनियन के अध्यक्ष अमरेश्वरी चरण सिन्हा की अध्यक्षता में “प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
शारीरिक दूरी बनाकर यूनियन के सदस्यों ने कोरोना संकट से उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए कहा की प्रेस की स्वतंत्रता का मूल्यांकन करना आज के समय में समचीन है. क्योंकि पूर्व की पत्रकारिता ,पत्रकारों पर आधारित होती थी जिसमें परिवर्तन हुआ है. समय के इस परिवर्तन को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता क्योंकि आज पत्रकारों पर मीडिया समूह का व्यावसायिक दबाव रहता है ,ऐसे में पत्रकारों की पत्रकारिता एक कठिन मुकाम पर खड़ी है.
आज के दिन इन विषयों पर विचार विमर्श की आवश्यकता है. व्यवसायीकरण के इस युग में पत्रकारिता करने वाले लोगों के सामने इस प्रकार की चुनौती उन्हें स्वीकार करनी पड़ती है.इसलिए जरूरत है कि अपने कलम की शक्ति को ऊर्जावान बनाई जाए क्योंकि कहीं ना कहीं लोकतंत्र में पत्रकारिता का महत्वपूर्ण योगदान है और आम लोग इससे प्रभावित होते हैं. वही वक्ताओं ने कहा कि मीडिया का स्वरूप भी बदला है .सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत कुछ बातें लोगों तक पहुंच रही है जिसको आधार बनाकर अनुसंधान के साथ मुद्दों को लोगों के बीच पहुंचाया जा सकता है.
इस अवसर पर शशि मोहन भारद्वाज ,मुकेश कुमार विजय कुमार श्रीवास्तव, मो. फ़िरदौस अली ,मनोज कुमार,सुनील कुमार मिश्रा, विशाल कुमार आदि ने विचार रखा.
राजू सिंह, बिहार नाउ, दरभंगा