बिहार के सिवान के भागवानपुर हाट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिवान जिले के भागवानपुर प्रखंड स्थित बहियारा में जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत आयोजित जागरूकता सम्मेलन में 324 करोड़ रुपये की 354 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास रिमोट के माध्यम से किया।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया, सारण प्रमंडल के आयुक्त आर एन चोमुथू पौधा भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान,आज किये गये उद्घाटन एवं शिलान्यास से संबंधित पुस्तिका का विमोचन भी किया।
सम्मेलन में शामिल होने से पूर्व मुख्यमंत्री ने भागवानपुर के बहियरा पोखरा के जीर्णोद्धार एवं सौदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया,पोखरा निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया। ततपश्चात बहियरा गांव का भ्रमण कर सार्वजनिक कुंए के जीर्णोद्धार सहित विकास कार्यों का भी जायजा लिया|जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सिवान के बहियारा से जल-जीवन-हरियाली यात्रा शुरुआत की है, हमने हर यात्रा की शुरुआत सिवान से ही की है।
इस यात्रा के माध्यम से पर्यावरण संतुलन के प्रति लोगों को सचेत करना है जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण के साथ-साथ शुद्ध पेयजल भी मिलता रहे। इस अभियान के तहत अगले 3 वर्षो में 24 हजार करोड़ रुपये खर्च कर जलवायु परिवर्तन में सुधार लाने की दिशा में अनेक कार्य किये जायेंगे।जल-जीवन-हरियाली यात्रा के तहत हम पूरे बिहार में जाकर पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के प्रति लोंगो को प्रेरित करेंगे।
जलवायु परिवर्तन के कारण कई जगहों पर पर्यावरण में बदलाव होने से समस्याएं उत्पन्न हो गई है,उन्होंने कहा कि सार्वजनिक कुओं के साथ ही आहर-पाइन, तालाब का जीर्णोद्धार एवं उसे अतिक्रमणमुक्त करने सहित 11 कामों को जल-जीवन-हरियाली अभियान से जोड़ा गया है|इसके अलावा सार्वजनिक चापाकल को भी मेंटेन किया जाएगा,बहियारा तालाब मुझे काफी अच्छा लगा। एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में जापान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित मियांवाकी तकनीक का उपयोग कर 256 पौधे लगाये गये हैं|इस तकनीक के जरिये 2 साल में ही पेड़ की ऊंचाई 10 साल के बराबर हो जाती है|इस बार फरवरी माह में जो बच्चे मुख्यमंत्री आवास का भ्रमण करने आएंगे, उन्हें भी इस प्रयोग को दिखाया जाएगा,हमने डीएम को भी इस तकनीक को अधिक से अधिक उपयोग में लाने का सुझाव दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष तक पूरे बिहार में हर घर तक नल का जल उपलब्ध करा देंगे,नल का जल शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल है इसलिए इसका दुरुपयोग न करें|पूरे देश मे शौचालय निर्माण का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है,लोगों को खुले में शौच से मुक्ति और पीने का अगर स्वच्छ पानी मिल जाय तो 90 प्रतिशत बीमारियों से उन्हें छुटकारा मिल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा सात निश्चय योजना के तहत जो काम हो रहे हैं, उसकी माॅनिटरिंग मुख्य सचिव के स्तर से की जा रही है,हर इच्छुक परिवार तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य हमने दिसंबर 2018 तक निर्धारित किया था, जिसे तय समय से दो माह पहले ही पहुंचा दिया गया|हर घर बिजली योजना को अपनाये जाने के बाद केंद्र ने अब वर्ष 2024 तक हर घर नल का जल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है,उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा ही अक्षय ऊर्जा है जो हमें पृथ्वी का अस्तित्व बरकरार रहने तक सदैव मिलती रहेगी।
राजेश कुमार, सारण