ये चित्कार,ये मातम, ये रुह कांपने वाली तस्वीरों से शायद बिहार के हुक्मरान को कोई फर्क न पड़ता हो लेकिन इस तस्वीरों ने सुशासन के दावों की हकीकत को बयां कर दी है…हत्या की वजह चाहे जो भी हो, लेकिन ये सिर्फ एक राजनीतिक हत्या नहीं बल्कि नरसंहार है.इस हत्या के बाद से नीतीश कुमार के सुशासन पर सवाल खड़े हो गए हैं ?…
हत्या के बाद से स्थानीय लोगों व आरजेडी नेताओं में भी जबरदस्त रोष है.. हालांकि पुलिस ने इस वारदात में दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.. लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी जेडीयू विधायक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है…
आपको बता दें कि बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ थाने के रूपनचक गांव में गोलियों से भूनकर हुई आरजेडी नेता के पिता, मां व भाई की हत्या के मामले में पुलिस ने जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय व उनके पिता कुख्यात सतीश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र के जदयू विधायक अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के भतीजा हैं। वहीं कुख्यात सतीश पांडेय उनके बड़े भाई हैं। सारण डीआईजी विजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में उनकी गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार पिता-पुत्र से पुलिस की स्पेशल टीम ट्रिपल मर्डर मामला में पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार की देर शाम हथुआ थाने के रूपनचक गांव में आरजेडी नेता जेपी यादव, उनके पिता महेश चौधरी, मां संपतिया देवी व भाई शांतनु यादव के ऊपर दो बाइक पर सवार पांच बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी।
इससे महेश चौधरी व उनकी पत्नी संकेसिया देवी की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जबकि जेपी यादव व उसका भाई शांतनु यादव गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उनकी हालत गंभीर देखकर बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान शांतनु यादव की मौत हो गई। वहीं जेपी यादव की का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
गोलीबारी मामले में जख्मी आरजेडी नेता जेपी यादव के बयान पर कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमरेन्द्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश पांडेय व कुख्यात सतीश पांडेय समेत चार लोगों के खिलाफ हथुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है….
राकेश कुमार, बिहार नाउ, गोपालगंज