सुपौल में प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रंजीता रंजन ने कहा कि जब नीतीश पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तो कहा था कि वे बड़ी बड़ी कंपनी लेकर आएंगे ताकि विहार के लोगों को रोजगार मिल सके , लेकिन शर्म की बात ये है कि कोरोना संक्रमण के कारण जो मजदूर दूसरे प्रदेश से किसी तरह अपने घर आये वो लोग फिर एक बार रोजी रोटी के लिए दूसरे प्रदेश जाने को विवश है। ये बातें कोंग्रेस नेत्री सह पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने कही है।
सदर बाजार स्थित कोंग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो विमल यादब के आवास पर देर शाम एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना आपदा को भी चुनावी हथकंडा बना लिया है उन्हें कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने में कोई इंटरेस्ट नहीं है सरकार तो कोरोना सेंटर में बाल्टी धोती सारी बांट कर खानापूरी कर लिया है। लगता है उन्हें मजदूरों की परवाह नहीं है।जिस तरह से बिना जांच और बिना किसी सुविधा के मजदूरों को कोरेण्टाइन सेंटर से घर भेजतै है इससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में परेशानी हो सकती है। कहा कि लोग खुद एहतियात बरत रहे हैं और सावधानी से किसी तरह संक्रमण फैलने से बच रहे हैं वर्ना जो स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था है इसके भरोसे लोग रहते तो भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता। इस मौके पर जिला ध्यक्ष प्रो विमल यादव सहित अन्य कोंग्रेसी कार्यकता मौजूद थे।
बी के गुप्ता , बिहार नाउ, सुपौल…